Jabalpur. अपने मध्यप्रदेश के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने समूचे महाकौशल के लिए घोषणाओं का अंबार जबलपुर में लगा दिया। जो मांगोंगे वो मिलेगा की तर्ज पर गडकरी ने परियोजनाओं का शिलान्यास कर कांग्रेस द्वारा हमेशा लगाए जाने वाले महाकौशल की उपेक्षा के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है। इससे पहले जबलपुर मंडला सड़क परियोजना में मिली खामियों के चलते उन्होंने ताबड़तोड़ कार्रवाई कर भी सख्त संदेश दे डाला। जबलपुर में गडकरी ने सबसे बड़ी सौंगात 112 किमी की रिंगरोड का शिलान्यास कर दे दी है। बदलते दौर में इस क्षेत्र में बनने वाली प्रदेश की सबसे लंबी 112 किमी की रिंग रोड अगले 50 सालों के भविष्य की इबारत लिखेगा।
5 हजार करोड़ की परियोजनाओं की मिली सौगात
महाकौशल अंचल के अब तक के इतिहास में यह पहला मौका है जब भविष्य को देखते हुए सौगातों का उपहार उसे मिला है। विकास का नया विजन साथ लेकर जबलपुर पहुंचे केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 4054 करोड़ की 8 परियोजनाओं का लोकार्पण किया। जिसमें रिंग रोड भी शामिल है। इस इबारत को लिखने में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भी अहम् भूमिका रही।
कमलनाथ को भी नहीं भूले गडकरी
केन्द्रीय भू-तल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 214 किमी आठ सड़क परियोजनाओं का रिमोट का बटन दबाकर अनावरण किया। सरकारी मंच और सरकार के मंत्रियों के सामने बैठी जनता के बीच गडकरी ने जबलपुर को मिली फ्लाईओवर की सौगात में कमलनाथ का जिक्र भी किया। गडकरी बोले कि 8 हाईवे को जोड़ने वाली 112 किमी की रिंग रोड महाकौशल के केंद्र बिंदु जबलपुर के विकास को नई दिशा देगी।
रिंग रोड जबलपुर के विकास की गारंटी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसी ज़माने में 5 हजार की सड़क के लिए भी यह मप्र तरस तरस जाता था, लेकिन आज जमाना है कि एक झटके में 5 हजार करोड़ की कई सड़कों की एक साथ सौगात मिल रही है। शिवराज ने रिंग रोड की उपलब्धि को जबलपुर के समूचे विकास की गारंटी बताया। जिससे यहां की जिंदगी जीने के स्तर में सुधार होगा। विकास के नए द्वार खुल जाएंगे। रिंग रोड प्रोजेक्ट में लॉजिस्टिक पार्क की मुख्यमंत्री की मांग को भी गडकरी ने ग्रीन सिग्नल दे दिया। सीएम ने भरोसा जताया कि सड़कों के इस जाल के बिछने के बाद जबलपुर, इंदौर को भी पीछे छोड़ देगा।
विकास का पैमाना थाना सिस्टम की तरह नहीं होता-प्रहलाद पटेल
सौगातों की इस फेहरिस्त के बीच राजनीति होना भी स्वाभाविक थी। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने अपने उद्बोधन में इशारों-इशारों में सांसद राकेश सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि विकास का पैमाना थाना सिस्टम की तर्ज पर नहीं होना चाहिए। नरसिंहपुर मेरा संसदीय क्षेत्र भले न हो ओर गोटेगांव क्षेत्र मंडला और जबलपुर संसदीय क्षेत्र में भले आता हो लेकिन मैं वहां जन्मा हूं।
गडकरी की तुलना कल्पवृक्ष और कामधेनू से की
पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि नितिन गडकरी कल्पवृक्ष ही नहीं काम धेनु भी है। मप्र में सड़कों के लिए केंद्र सरकार द्वारा आवंटित राशि के आंकड़े भी सार्वजनिक किए। बोले कि 1914 से 11 हजार करोड़ की स्वीकृति प्रदान की गई। 6200 करोड़ की राशि व्यय की गई है। इसी की बदौलत प्रदेश में अधोसंरंचना की उत्पत्ति हुई। भार्गव ने सागर से जबलपुर के लिए फोर सड़क की डिमांड की, जिसे गडकरी ने स्वीकृति प्रदान की। गोपाल भार्गव ने कहा इस फोर लेन सड़क से बुंदेलखंड महाकौशल से सीधे जुड़ जाएगा।