Jabalpur. जबलपुर में पान मसाला और सिगरेट के थोक कारोबारी के ठिकानों पर पड़े स्टेट जीएसटी की एंटी इवेजन ब्यूरो के छापे की कार्रवाई 3 दिन बाद पूरी हो पाई है। जांच में अधिकारियों को बड़ी गड़बड़ी का पता चला है। अब कारोबारी से हर कमोडिटी की खरीदी और बिक्री का अलग-अलग हिसाब लिया जा रहा है। इसमें चूना, कत्था, लौंग, इलायची, चटनी, चमन बहार, किवाम, सौंफ, नारियल जैसी सारी चीजों की लिस्ट शामिल है।
जीएसटी की एंटी इवेजन ब्यूरो की टीम ने गलगला में महावीर ट्रेडर्स, गोदाम और घर में रखी सामग्री के स्टॉक की जांच की। पाउच से लेकर बोरियों में रखे माल की मात्रा और उसकी कीमत और बिक्री पर बन रहे टैक्स, पेनल्टी और उपकर का आकलन कर लिया गया है। इससे पहले कारोबारी मुकेश जैन ने खरीदी और बिक्री के दस्तावेज दिए थे। अब वस्तुवार जानकारी मांगी गई है।
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इस बाबत कारोबारी की ओर से अकाउंटेंट के जरिए बिल तैयार कराए जा रहे हैं। जब अधिकारियों ने छापा मारा था तब कारोबारी से 1 अप्रैल से लेकर अब तक की खरीदी और बिक्री का हिसाब मांगा गया था। इसी आधार पर जांच प्रारंभ हुई। टीमों ने अपना काम पूरा कर लिया है। कारोबारी से कमोडिटी की अलग-अलग बिक्री और खरीदी की जानकारी मांगी गई है। इसका लोखा जोखा तैयार कराया जा रहा है। विभाग के संयुक्त आयुक्त आर के ठाकुर ने बताया कि पान मसाला और सिगरेट कारोबारी के प्रतिष्ठान, गोदाम और घर में रखे स्टॉक की जांच पूरी हो गई है। उनसे कमोडिटी के आधार पर खरीदी और बिक्री की जानकारी मांगी गई है।
पूरी पड़ताल के बाद तय होगी पेनल्टी
विभाग को उम्मीद है कि पान मसाला कारोबारी द्वारा टैक्स की राशि में गफलत की गई है। तमाम दस्तावेजों के आधार पर कारोबारी पर पेनल्टी लगाई जा सकती है। जिसका खुलासा जांच पूरी हो जाने के बाद किया जा सकता है।