BHOPAL. बागेश्वर धाम में हजारों लोग अर्जी लगाने पहुंचते हैं। इस बार एक अतिथि शिक्षक अपने रेग्युलर होने को लेकर अपनी अर्जी लगाने धाम में पहुंचे। अर्जी सुनकर बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हम अपनी सरकार से मांग करते हैं, अपनी सरकार से अपेक्षा रखते हैं। मेरी सरकार का नाम बागेश्वर धाम सरकार है। अपनी सरकार कभी जा नहीं सकती। हम आपकी बात भी अपनी सरकार (बागेश्वर धाम सरकार) तक पहुंचा देंगे। हमारा जितना सामर्थ्य होगा, उतनी आपकी बात वहां तक पहुंचा देंगे।
मध्यप्रदेश के #अतिथि_शिक्षकों की समस्या जब 15 सालों से सरकार ने नहीं सुनी तो @bageshwardham सरकार के दरबार में पहुंच कर नियमितीकरण की अर्जी लगाई और आशीर्वाद लिया!#अतिथि_शिक्षक_मध्यप्रदेश@OfficeofSSC @OfficeOfKNath @drnarottammisra @brajeshabpnews @rahulreporter4 @BJP4MP @INCMP pic.twitter.com/N4YDkab1us
— अतिथि शिक्षक मध्यप्रदेश (@GaustTeacherMP0) April 24, 2023
मध्य प्रदेश में शिक्षक भर्ती का मुद्दा IPL मैच के बीच लखनऊ में भी दिखा था
मध्यप्रदेश में शिक्षक भर्ती को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। उच्चतर माध्यमिक शिक्षक भर्ती की बात हो या माध्यमिक शिक्षक भर्ती की या फिर प्राथमिक शिक्षक भर्ती की सभी जगह युवा अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं। यही कारण है कि आक्रोशित युवा अब सड़क से लेकर किसी भी पब्लिक प्लेस तक प्रदर्शन करने से नहीं चूक रहे हैं। इसी तरह का एक वाकया 15 अप्रैल को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में लखनऊ और पंजाब टीम के बीच आईपीएल का मैच खेला गया था। इस मैच के दौरान मध्य प्रदेश प्राथमिक शिक्षक भर्ती वर्ग-3 में 51000 पद वृद्धि हेतु लखनऊ स्टेडियम में क्वालिफाइड अभ्यर्थी द्वारा पोस्टर लहराकर विरोध प्रदर्शन किया गया और बीजेपी को वोट नहीं देने की अपील भी की गई।
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शिक्षक भर्ती वर्ग-3 को लेकर यह है विवाद
प्राथमिक शिक्षकों के प्रदेश में करीब सवा लाख पद खाली है। विभाग सिर्फ 18 हजार 527 पदों पर भर्ती कर रहा है। युवाओं का कहना है कि पद वृद्धि कर 51 हजार पदों पर भर्ती की जाए। युवा यह मांग इसलिए भी कर रहे हैं क्योंकि ट्राइबल विभाग ने अपने स्कूलों में पद वृद्धि कर शिक्षकों की नियुक्ति की है। नियमानुसार रिक्त पदों के 5 प्रतिशत से अधिक पर नियुक्ति देने से पहले वित्त विभाग से अनुमति लेता है, लेकिन स्कूल शिक्षा विभाग ने यह अनुमति नहीं ली या अनुमति लेने के सही प्रयास ही नहीं किए। इसके कारण स्कूल शिक्षा विभाग रिक्त पदों का 5 प्रतिशत यानी 7429 पदों पर ही भर्ती कर रहा है। जबकि ट्राइबल ने वित्त से अनुमति लेकर 11,098 पदों पर भर्ती कर दी।