नवीन मोदी, GUNA. गुना में सरकारी कॉलेज की जमीन पर सालों से जमे अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। इस दौरान ने कार्रवाई के विरोध में 5 महिलाओं के जहर खाया लिया। इससे इलाके में हड़कंप मच गया, आनन फानन में महिलाओं को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया, जहां महिलाओं का उपचार चल रहा है। जानकारी मिलने पर परिजन समेत काफी संख्या में लोग अस्पताल पहुंच गए।
5 महिलाओं ने खाया जहर, अस्पताल में भर्ती
गुना के बमोरी में सरकारी कॉलेज की जमीन पर कुछ लोग अतिक्रमण कर सालों से रह रहे थे, जिन्हें हटाने के लिए राजस्व विभाग की टीम पहुंची, जिन लोगों का अतिक्रमण हटाया जा रहा था, उनके घर की 5 महिलाओं ने अतिक्रमण के विरोध में जहर खाकर जान देने की कोशिश की। जिन्हें गंभीर हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया है। जहां उनकी हालत फिलहाल स्थिर बनी हुई है। उधर सूचना मिलते ही मौके पर तत्काल तहसीलदार और पटवारी पहुंच गए और उन्होंने घटना के संबंध में जानकारी ली।
कई सालों से कर रखा है अतिक्रमण
जहर खाने वाली पांच महिलाओं में दो वाल्मीकि समाज की और तीन सहरिया जाति की हैं। जो सरकारी जमीन पर पिछले काफी समय से झोपड़ी बनाकर रह रही थीं। यह जमीन कॉलेज के लिए आरक्षित है। लेकिन इसकी सुरक्षा के लिए प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किए थे। यही वजह है कि खुली जमीन पर अतिक्रमण हो गया। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी कई बार प्रशासन अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर चुका है।
स्थानीय लोगों ने की दूसरी जगह कॉलेज बनाने की मांग
ग्राम बमौरी की पांच महिलाओं में गीताबाई पत्नि मूलचन्द्र बाल्मिकी, राजू पत्नि गणेशराम बाल्मिकी, धापोबाई पत्नि रामचरण सेहरिया, रचना पुत्री छुट्टी, गुरदी पत्नि ब्रजमोहन निवासी बमौरी ने जहरीला पदार्थ खा लिया। इसकी जानकारी मिलते ही सरकारी एम्बुलेंस से उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बमौरी में भर्ती किया। भर्ती होने की सूचना तहसीलदार बमौरी को दी गई। भर्ती करने के बाद मेडिकल ऑफिसर ने स्वास्थ्य परीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने बताया गया कि दिनांक 05/11/2022 अजय पुत्र हरिचरण चौकसे, भैयालाल पुत्र हरिचरण चौकसे, लितरु पुत्र पृथ्वीलाल अहिरवार, गीताबाई पत्नि मूलचन्द्र बाल्मिकी का अतिक्रमण शासकीय महाविद्यालय बमौरी के लिए आबंटित जमीन पर पहले हमारे कब्जे हटाये गये थे। उस जगह पर हमारे मकान और झोपडियां बनी हुई है। हम लोगों की मांग है कि कॉलेज दूसरी जगह बनाया जाए। जिसका विरोध हमने अतिक्रमण हटाते समय भी किया था।
जहीराला पदार्थ खाने की पुष्टि स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान नहीं हुई
उक्त संबंध में जानकारी ली गई, जिसमें पाया कि कॉलेज को आबंटित भूमि पर PWD और ग्राम पंचायत बमौरी के मजदूर सीमेंट के खंभे लगाने गए थे। कॉलेज की आबंटित भूमि पर खम्बे गडाने का विरोध करते हुऐ पांचों अतिक्रमणकर्ताओं की पत्नि और परिजनों ने जहरीला पदार्थ खाने की धमकी देते हुये जहरीला पदार्थ कपडों पर डाल लिया। जिसकी दुर्गन्ध कपडों और शरीर में आ रही थी। जहीराला पदार्थ खाने की पुष्टि स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान नहीं हुई। स्वास्थ्य परीक्षण करने पांचों का स्वास्थ्य सामान्य होने से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से डिसचार्ज किया गया।
आबंटित कॉलेज की भूमि पर दिनांक 05/11/2022 को राजस्व, पुलिस और पंचायत ने संयुक्त रूप से अतिक्रमण हटाया था। उक्त अतिक्रमण सभी गैर रिहायसी भवन होकर फाउन्डेशन व दीवार स्तर तक बने हुये थे। उक्त अतिक्रमणकर्ताओं में अजय पुत्र हरिचरण चौकसे (शासकीय टीचर), मूलचन्द्र पुत्र गणेशराम बाल्मिकी (शासकीय टीचर), भैयालाल पुत्र हरिचरण चौकसे, लितरू पुत्र पृथ्वीलाल अहिरवार, गीताबाई पत्नि मूलचन्द्र बाल्मिकी (अतिक्रमण हटाने के लिये 15 दिवस का समय दिया गया) आदि के भी अतिक्रमण म.प्र. भू-राजस्व संहिता 1959 की धारा 248 के तहत विधिवत हटाये गये थे। सभी अतिक्रमणकर्ताओं के मकान बमौरी कस्बे में पूर्व से बने हुये है। आज दिनांक को कोई राजस्व अमला व राजस्व अधिकारी दुवारा अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही नही की गई थी।
इनका कहना है
बमोरी के तहसीलदार गौरीशंकर बेरवा का कहना है कि अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान अतिक्रमिक लोग विरोध करने लगे, इस दौरान महिलाएं कपड़ों पर जहरीला पदार्थ डालकर आ गई, उनका चेकअप करवाया तो कपड़ों पर जहरीला पदार्थ था, मुंख में जहरीला पदार्थ नहीं था। मामले की जांच की जा रही है।