गुना में बदहाल मिड डे मील, बच्चों को हाथों में दे रहे रोटी वह भी बिना सब्जी के, घर से कट्टों में रखकर ला रहे खाना

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The Sootr CG
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गुना में बदहाल मिड डे मील, बच्चों को हाथों में दे रहे रोटी वह भी बिना सब्जी के, घर से कट्टों में रखकर ला रहे खाना

सीताराम रघुवंशी, GUNA. मिड डे मिल दुनिया की सबसे बड़ी खाद्य योजना है देश के सरकारी स्कूलों में दिया जाने वाला मिड डे मिल योजना का उद्देश्य छात्रों की शालाओं में उपस्थिति के साथ साथ बच्चों को पोषित आहार मिले, सरकार शिक्षा के स्तर को सुधारने का प्रयास कर रही है, लेकिन क्या सरकारी स्कूलों में बच्चों को दिया जाने वाला मध्यांह भोजन अगर कमाई का जरिया बन जाए तो भ्रष्टाचारी कैसे मध्यप्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में पलीता लगाते हैं सरकार के मंसूबों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। 



शिक्षा की जमीनी हकीकत की ये शर्मानाक तस्वीरें



गुना जिले में शिक्षा की जमीनी हकीकत ये शर्मनाक तस्वीरें है ये कैसी शिक्षा जहां बच्चों के हाथों में थमा दी जाती है रोटियां जिन रोटियों को जानवर भी नहीं खा सकें। ऐसी रोटी परोसी जा रही है सरकारी स्कूलों में जिस अन्न को हम सम्मान से थाली और बर्तनों में रखते हैं उस अन्न का अनादर कर कट्टे में रखकर घर से बनाकर लाते हैं और बच्चों के हाथों में थमा दिया जाता है बिना सब्जी के। 



स्कूल में हजारों खर्च कर बर्तन थाली खरीदे, लेकिन कबाड़ में पड़े हैं





publive-imageदरअसल गुना जिले के मुरादपुर प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय में 320 से अधिक बच्चे दर्ज हैं। यहां शिक्षकों को सरकारी स्कूल में पढ़ाने की जिम्मेदारी के साथ-साथ देखरेख का जिम्मा है। स्कूल में लंच हुआ और बच्चों के हाथों में थमा दी गई रोटी। रोटी भी इतनी सी की 320 बच्चों में पूर्ति कर दी जाती है और इसकी भरपाई बच्चों की अटेंडेंस एचएम महोदय कर देते हैं। स्कूल में हजारों खर्च कर बर्तन थाली खरीदे गए, लेकिन कैसे कबाड़ में पड़े हैं। सफाई के लिए कर्मचारी है, लेकिन सफाई की जरूरत नहीं है क्योंकि बच्चों हाथों में रोटी घर पर ले जाते हैं। जो रोटी सम्मान से थाली में होनी चाहिये उस अन्न को कट्टे में भरकर लाया जाता है।



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मिड डे मील पर करोड़ खर्च इसके बावजूद ऐसी शर्मनाक तस्वीरें

 

करोड़ रुपए सरकार स्कूल शिक्षा व्यवस्था पर खर्च करती है इसके बावजूद अगर एसी शर्मनाक तस्वीरें निकलकर सामने आएगी तो सवाल जरूर जिम्मेदारों से पूछा जाएगा कि ये कैसी शिक्षा व्यवस्था है। सरकार योजना पर करोड़ों रुपए खर्च करती है ताकि नौनिहाल थाली में रखकर सम्मान से बैठकर खाना खा सकें, लेकिन जमीनी हकीकत क्या है। इन तस्वीरों पर गौर करिए। 



नौनिहालों के निवाले पर डाला जा रहा है डाका 



बच्चों की थाली मे व्यंजन खाली है और हाथों में रोटी है ये गुना जिले के सरकारी स्कूल की मिड डे मिल की तस्वीर। नौनिहालों के निवाले पर कैसे डाका डाला जाता है इसकी बानगी देखिए बच्चों की थाली खाली, जली हुई रोटी परोसी जा रही है, बर्तन पड़े है कबाड़ में और हाथों में दी जाती है रोटियां। 


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