सीताराम रघुवंशी, Guna. गुना के बालाजी अस्पताल में बड़ी लापरवाही हुई है। यहां डाइलिसिस कराने आए मरीज की मौत हो गई। मृतक का नाम नरेश कुशवाह था, जो नाना खेड़ी इलाके में रहता था। परिजनों ने डॉक्टरों पर चेक नहीं करने के आरोप लगाए हैं। तो अस्पताल के डायरेक्टर ने मामले में सफाई पेश करते हुए कहा कि मरीज को चैक किया गया था। वहीं मृतक के परिजनों ने शव को रोड पर रखकर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
परिजन ने रोड पर शव रखकर किया प्रदर्शन
परिजनों का आरोप है कि जब मरीज को अस्पताल लाया गया तब डॉक्टरों ने चैक नहीं किया और सीधे डायलिसिस के लिए कमरे में ले गए, जहां टेक्नीशियन और सहायक टेक्नीशियन मौजूद थे, जिन्होंने 15 से 20 मिनट में ही डाइलिस की तैयारी शुरू कर दी थी, कुछ देर में ही नरेश कुशवाह घबराहट से मौत के शिकार हो गए। इसके बाद मृतक के परिजनों ने शव को रोड पर रखकर चक्का जाम कर दिया। हंगामे की जानकारी के बाद प्रशासन मौके पर पहुंचा और मामला को बड़ी मुश्किल से शांत कराया। इसके बाद पुल्स ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा।
यह खबर भी पढ़िए
गुना के आत्माराम पारदी केस में एक्शन, सस्पेंड SI के खिलाफ अरेस्ट वारंट, संपत्ति भी होगी नीलाम
मामले में अस्पताल के डायरेक्टर ने दी सफाई
डॉ. आरके नैयर अस्पताल के डायरेक्टर हैं। इनसे पूछा कि किसने चैक किया तो बताया कि डॉ. आरबी धाकड़ ने चैक किया। परिजन का आरोप है कि किसी डॉक्टर ने चैक नहीं किया, सीधे डायलिसिस रूम में ले गए। इससे उसकी मौत हो गई ।
यह हॉस्पिटल पहले भी सुर्खियों में रहा है
पहले भी कई बार अस्पताल में ऐसे मामले आ चुके हैं, जब पेशेंट का गलत तरीके से इलाज कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक, अस्पताल को एक बार बंद भी कर दिया गया था, लेकिन बाद में फिर शुरू भी करा लिया गया।