ग्वालियर. यहां के डामौरा गांव में धार्मिक आयोजन के भंडारे में खाने के बाद 50 से ज्यादा लोग बीमार हो गए। इनमें 25 से ज्यादा बच्चे हैं। सभी को रात से उल्टी और दस्त होने लगे। जब हालत में कोई सुधार नहीं हुआ तो बीमार लोगों को हस्तिनापुर स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया। यहां बच्चों और महिलाओं का इलाज किया गया। 5 लोगों की हालत गंभीर है। उन्हें मुरार जिला अस्पताल भेजा गया है। सूचना की जानकारी मिलते ही हस्तिनापुर पुलिस और SDM एचबी शर्मा (H B Sharma) भी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बीमार बच्चों और महिलाओं से बात की। बीमारों की संख्या ज्यादा होने की वजह से ग्वालियर शहर से स्वास्थ्य विभाग की एक टीम तुरंत दवा लेकर हालात पर काबू करने के लिए हस्तिनापुर पहुंची।
क्या है पूरा मामला
ग्वालियर के हस्तिनापुर थाना की सीमा के डामौरा गांव में शनिवार (9 अक्टूबर) की शाम बलवंत सिंह गुर्जर के घर पर सुहागले का भंडारा था। भंडारा में बच्चे, कन्याएं और महिलाओं थी। भंडारा खाने के बाद जब गांव के लोग घर पहुंचे तो पहले पेट में दर्द की शिकायत हुई। जिसे लोगों ने हल्के में लिया। रात होते जिन-जिन लोगों ने भंडारा खाया, वे उल्टियां करने लगे। कुछ ही देर में बच्चों और महिलाओं की हालत ज्यादा खराब होने लगी। इसके बाद गांव के लोगों ने तत्काल ट्रैक्टर-ट्रॉली से महिलाओं और बच्चों को हस्तिनापुर स्वास्थ्य केन्द्र में पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने बीमारों का इलाज शुरू किया। स्वास्थ्य केन्द्र में इतना स्टाफ नहीं था कि एक साथ 50 से ज्यादा लोगों का इलाज हो सके। इसके बाद भी डॉक्टरों ने स्थिति को संभाला, जो मरीज गंभीर रूप से बीमार थे उनको ग्लूकोज लगाया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची हस्तिनापुर
ज्योति, मुनेश, कृष्णा, गीता और रानी की हालत गंभीर देखते हुए मुरार जिला अस्पताल भेजा गया जबकि हस्तिनापुर अस्पताल में 44 मरीज भर्ती हैं। हालात को काबू करने के लिए और बीमारों को सही इलाज के लिए CMHO डॉ. मनीष शर्मा ने तुरंत ही स्वास्थ्य विभाग की टीम को हस्तिनापुर भेजा। टीम ने यहां पहुंचकर इलाज शुरू कर दिया।