ग्वालियर. यहां 7 साल पहले दो बच्चों के साथ लापता हुई 35 वर्षीय महिला की वृंदावन में प्रेमी के साथ रहती मिली। 37 साल का प्रेमी 4 बेटियों का पिता है। वह 15 दिन प्रेमिका, बाकी 15 दिन अपनी पहली पत्नी के साथ मुरैना के सबलगढ़ में रहता है। लापता महिला और बच्चों को उसका पति पागलों की तरह ढूंढ रहा था। प्रेमी की कॉल डिटेल में एक नंबर पर बार-बार कॉल के संदेह से वह पकड़ी गई।
महिला ने घर लौटने से मना किया
पुलिस ने महिला को ढूंढ निकाला, लेकिन उसने लौटने से मना कर दिया है। जब पिता बच्चों के सामने पहुंचा तो बच्चों ने उसे पहचानने तक से इनकार कर दिया। महिला ने बच्चों के नाम, आधार कार्ड, अपना आधार कार्ड तक बदल लिया है। महिला ने पुलिस से कहा कि पति उसके चरित्र पर शक और प्रताड़ित करता था। अब वह उसके पास लौटना नहीं चाहती। बच्चों को अच्छी तालीम देकर कुछ बनाने की जिम्मेदारी है।
ऐसे हुई थी लापता
हजीरा के चंदनपुरा में रहने वाला जितेन्द्र सिंह कुशवाह जयपुर के एक कॉल सेंटर में जॉब करते हैं। उसकी शादी 15 साल पहले सबलगढ़ निवासी सुधा जादौन से हुई थी। वे कुछ समय तक सबलगढ़ में सुनील जादौन के मकान में किराए पर रहे। सुधा ने शादी के एक साल बाद बेटी को जन्म दिया और अगले साल बेटे को।
इसके बाद जितेन्द्र ग्वालियर आ गए और चंदनपुरा में नाथू सिंह के मकान में रहने लगे। जितेन्द्र काम के सिलसिले में जयपुर चले गए और पत्नी को यहां बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए छोड़ गए। 22-23 मार्च 2014 की दरमियानी रात सुधा दोनों बच्चों के साथ लापता हो गई। उस समय बेटी 7 और बेटा 6 साल का था। पति को मकान मालिक से पता लगा तो वे लौटकर आए। ससुराल, मायके सभी ने मिलकर काफी छानबीन की, लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला। परिजन ने सबलगढ़ के पुराने मकान मालिक पर संदेह भी जताया, लेकिन कुछ नहीं मिला।
पत्नी का कारनामा सामने आया
हाल ही में इस गुमशुदगी की जांच ASI शैलेन्द्र सिंह चौहान को दी गई। वह पहले भी इस तरह के केस डील कर चुके थे। ASI चौहान ने फिर से रजिस्टर खंगाले और संदेही सुनील जादौन को ट्रेस किया, लेकिन उसका नया बयान भी वही था कि उसे इस मामले में कुछ नहीं पता। वह अपनी पत्नी और चार बेटियों के साथ सबलगढ़ में खुश है।
जब उसकी कॉल डिटेल और लोकेशन निकाली तो दो सुराग मिले। पहला- एक नंबर पर लगातार बात होना पाया गया। दूसरा- उसकी मोबाइल की लोकेशन हर महीने 12 से 15 दिन के लिए उत्तर प्रदेश के वृंदावन में मिली। यहीं से छानबीन करते हुए ASI चौहान वृंदावन जा पहुंचे और पूरे मामले का खुलासा हुआ। एक पत्नी का अपने प्रेमी के साथ भागकर नई जिंदगी बसाने और पुलिस को गुमराह करने की साजिश खुलासा हुआ।
नाम, पहचान सब बदल दिया
जब पुलिस सुधा जादौन के पास पहुंची तो देखा कि वह काफी बदल चुकी है। पुलिस ने उसे ग्वालियर लाने की कोशिश की तो महिला ने मना कर दिया। पुलिस को बताया कि सबलगढ़ में मकान मालिक सुनील जादौन से उसकी दोस्ती हो गई थी। इसके बाद वह ग्वालियर आ गई। जब पति शक करने लगा तो उसने हमेशा के लिए उसे छोड़कर जाने का फैसला किया। उसने बच्चों को भी नहीं छोड़ा। इसके बाद वृंदावन में प्रेमी सुनील जादौन से शादी कर उसके साथ रहने लगी।
बच्चे सुनील को ही पिता मानते हैं
सुधा ने बताया कि सुनील 15 दिन उसके साथ और 15 दिन अपनी पत्नी के साथ रहता है। सुनील की पत्नी को भी इस बारे में भनक नहीं लगी। वह बिजनेस के बहाने मथुरा आकर रहता था। यहां सुधा ने आधार कार्ड पर पति का नाम जितेन्द्र की जगह सुनील करा लिया। बेटी के नाम दिव्या से बदलकर अर्पणा और बेटे का नाम मंगल से बदलकर बलजीत सिंह कर दिया है। अब बच्चे सुनील को ही अपना पिता मानते हैं।