देव श्रीमाली, GWALIOR. अमेरिका की जांच एजेंसी एफबीआई (फेडरल ब्यूरो आफ इंवेस्टिगेशन) की टीम ग्वालियर पहुंची हुई है। जांच दल में महिला विंग के अफसर भी शामिल है। एफबीआई की टीम ग्वालियर में बैठकर अमेरिका के 250 से ज्यादा नागरिकों को ठगने वाली गैंग की पूरी कुंडली खंगालने के लिए आई है। एक वर्ष पहले पकड़े गए एक कॉल सेंटर के बाद इस अंतरराष्ट्रीय फ्रॉड का खुलासा हुआ था। अब इसी मामले की जांच करने यह टीम अमेरिका से भारत पहुंची है।
अब तक यह पड़ताल कर चुकी है टीम
एफबीआई की टीम बीते दिन ग्वालियर पहुंची थी और यहां पहुंचकर उसने एसपी ग्वालियर से मुलाकात अपना परिचय और डॉक्यूमेंट सौंपे। इसके बाद एफबीआई की टीम ने इस केस से जुड़े हर आरोपी की प्रोफाइल, ठगी का तरीका, आरोपियो के बैंक स्टेटमेंट, सहयोगी साक्ष्य, ठगे गए अमेरिकी नागरिकों की सूची, इंटरनेशनल गिफ्ट वाउचर आदि की जांच पड़ताल कर उनके अपराधियों तक पहुंचने का जरिया और यहां के ठगों तक अमेरिका के नागरिकों का डाटा पहुंचने के तरीके के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल की। अधिकारियों ने बताया कि ग्वालियर पुलिस ने इस केस से संबंधित पूरी जानकारी एफबीआई को उपलब्ध करवाई है। शनिवार शाम तक तक टीम ग्वालियर में ही रहेगी। इस दौरान टीम उस जगह पर भी जा सकती है, जहां से यह फेक कॉल सेंटर संचालित हो रहा था।
ये भी पढ़े...
ग्वालियर में बैठकर ऐसे करते हैं ठगी
गौरतलब है कि एक साल पहले ग्वालियर के बहोड़ापुर स्थित आनंद नगर में एक फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर पकड़ा गया था। इसमें गुजरात और आगरा के ठगों की गैंग यहां से बैठकर अमेरिका के नागरिकों को ठग रही थी। यह लोग खुद को अमेरिका के लैंडिंग क्लब का मेंबर बताकर अमेरिका के नागरिकों को अपने जाल में फंसाते थे। उनके सिक्योरिटी नंबर व अन्य जानकारी हासिल कर ठगते थे। इनसे बतौर कमीशन इंटरनेशनल गिफ्ट वाउचर गूगल प्ले कार्ड, अमेरिकन एक्सप्रेस, बेस्ट बाई, एप्पल, बनीला बंज लेकर इसे शापिंग के जरिए कैश में बदलते थे। अमेरिकी नागरिकों को ही यह गैंग ठगती थी, इसलिए अब इस केस की पड़ताल के लिए एफबीआई की स्पेशल यूनिट की महिला आफिसर ग्वालियर पहुंची। गुरुवार शाम को टीम ग्वालियर आई और शुक्रवार को दिनभर इस केस के सिलसिले में ग्वालियर जोन के एडीजी कार्यालय में बैठकर इस केस की पड़ताल करने वाले पुलिस अधिकारियों से पूरी जानकारी ली।