देव श्रीमाली, GWALIOR. पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन 25 दिसंबर को सरकार ग्वालियर गौरव दिवस के रूप में मनाएगी। इसको ऐतिहासिक और भव्य बनाने के लिए जन प्रतिनिधि और प्रशासन तैयारी में जुट गया है। लेकिन इसकी तैयारियों के लिए बुलाई गई बैठक को प्रशासन ने सिर्फ बीजेपी तक सीमित कर दिया। इनमें न तो मेयर को बुलाया और न कांग्रेसी विधायकों को। गैर बीजेपी किसी दल या सामाजिक और व्यापारिक संस्थाओं के प्रतिनिधि को भी नहीं बुलाया गया।
आयोजन की तैयारियों के लिए हुई बैठक
पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी के जन्मदिन को ग्वालियर गौरव दिवस के रूप में मनाया जयेगा। यह फैसला कुछ महीने पहले ही ले लिया गया था। अब इसे भव्य बनाने की तैयारी शुरू हो गई हैं। गौरव दिवस के आयोजन के संबंध में 2 दिसंबर (शुक्रवार) को जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक हुई । बैठक में गौरव दिवस के आयोजन को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। गौरव दिवस समारोह ग्वालियर के ह्रदय स्थल महाराज बाडे पर मनाया जाएगा।
सिर्फ बीजेपी नेताओं को ही बैठक में बुलाया गया
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सांसद विवेक नारायण शेजवलकर की मौजूदगी में गौरव दिवस की तैयारियों को लेकर बैठक हुई। बैठक में पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा, बीज विकास निगम के अध्यक्ष मुन्ना लाल गोयल, निगम सभापति मनोज तोमर, बीजेपी के जिलाध्यक्ष अभय चौधरी समेत प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। खास बात ये रही कि पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न के नाम पर होने वाले आयोजन की बैठक को बीजेपी की बैठक में बदल दिया गया। इसमें मेयर शोभा सिकरवार, कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार को भी नहीं बुलाया गया। कांग्रेस समेत किसी राजनीतिक दल के भी किसी प्रतिनिधि को नहीं बुलाया गया।
दो दिन तक कार्यक्रम होंगे आयोजित
गौरव दिवस 24 और 25 दिसंबर को मनाया जाएगा। यहां कई कार्यक्रम आयोयजित होंगे। इनमें चित्रकला,सुशासन पर भाषण प्रतियोगिता, बाल कवि सम्मेलन, मैराथन दौड़, फूट फैस्टीबल, अटल उत्साह रैली, अटल सम्मान समारोह, कवि सम्मेलन को लेकर बैठक में विस्तार से चर्चा हुई।
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कवि सम्मेलन में दिया जाएगा अटल सम्मान
कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि ग्वालियर गौरव उत्सव उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाएगा। इस उत्सव में शहर का हर नागरिक भागीदार बने यह भी सुनिश्चित किया जाएगा। महाराज बाडे पर आयोजित भव्य समारोह में अटल सम्मान के साथ साथ अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन भी होगा। इसके साथ ही कई रंगारंग कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।