देव श्रीमाली, GWALIOR. मध्यप्रदेश में ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान (जू) में एक महीने से लंबे क्वारंटीन में रह रहे तीन शावकों के साथ बब्बर शेर मादा पहली बार देखने को मिली। बब्बर शेरनी और नवजात कुनबे को देखने के लिए सबको बड़ी उत्सुकता थी। इसके लिए बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे यहां पहुंचे। नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल ने भी बच्चों के साथ शावकों और शेरनी का दीदार किया।
30 अक्टूबर को दिया था तीन शावकों को जन्म
ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान (चिड़ियाघर) में बब्बर शेर (लॉयन) मादा परी ने 30 अक्टूबर 2022 को रात में 3 शावकों को जन्म दिया था। मादा परी और नर जय ने दूसरी बार शावकों को जन्म दिया है।
2012 में रायपुर से आये थे ये शेर दम्पत्ति
गांधी प्राणी उद्यान में साल 2012 में नंदनवन जू रायपुर से लॉयन नर (जय) को और मादा परी को कानन पेंडारी जू. बिलासपुर से ग्वालियर चिडियाघर लाया गया था। गांधी प्राणी उद्यान में बब्बर शेर (लॉयन) के परिवार में साल 2020 में भी मादा परी ने 3 शावकों को जन्म दिया था जिनमें 2 नर (इंतजार, अर्जुन) और 1 मादा जिसका नाम तमन्ना है। इसके बाद 30 अक्टूबर 2022 को दूसरी बार तीन शावकों को जन्म दिया है।
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एक माह रहे आइसोलेशन में
चिड़ियाघर प्रबंधन ने उक्त तीनों नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए विशेष सावधानी बरती। वर्तमान में तीनों शावक स्वस्थ्य हैं और आईसोलेशन का टाइम भी खत्म हो गया है। इसको देखते हुए 30 नवंबर 2022 को निगमायुक्त किशोर कन्याल के सामने तीनों शावकों को सैलानियों के लिए खोला गया।हर दिन शावकों को देखने का समय दोपहर 12 से 2 बजे तक रखा गया है।
सर्दियों में विशेष ख्याल रखने के निर्देश
नगर निगम आयुक्त किशोर कन्याल ने चिडियाघर में शेर के शावकों को सैलानियों को देखने के लिए खोले जाने के दौरान कहा कि,
चिडियाघर में बडी प्रजातियों के वन्य प्राणियों का प्रजनन अच्छा संकेत हैं और चिडियाघर प्रबंधन वन्य प्राणियों की देखरेख और शेर के शावकों का सर्दियों में विशेष ख्याल रखे। इस मौके पर अपर आयुक्त अतेन्द्र सिंह गुर्जर,उपायुक्त डॉ. प्रदीप श्रीवास्तव, नोडल अधिकारी डॉ. उपेन्द्र यादव और जू क्यूरेटर गौरव परिहार समेत बडी संख्या में स्कूली बच्चे और सैलानी मौजूद रहे।