ग्वालियर. यहां जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्राउंड में रविवार,14 अक्टूबर को BSF के जांबाजों के भयानक स्टंट देखकर लोग हतप्रभ रह गए। एक बाइक पर 16 फीट की सीढ़ी लगाकर टॉप पर बैठा था ड्राइवर, बाइक खुद चलती जा रही थी। मोड पर भी बाइकर्स सीढ़ियों से नीचे नहीं आए। यह तो सिर्फ एक नजारा था। उन्होंने एक के बाद एक कई ऐसे खतरनाक स्टंट दिखाए जिसे देखकर लोग दंग रह गए।
शो में डॉग स्क्वॉड का स्टंट
स्टंट की शुरुआत में बाइकर्स ने तेज रफ्तार बाइक को दौड़ाते हुए आग से जलती रिंग के बीच से निकाला। इस स्टंट को उन BSF जांबाजों ने किया, जिनके नाम अभी तक 17 वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं। ग्वालियर में डेयर डेविल शो के बाद अब भोपाल और इंदौर में भी शो होने हैं।
शो के बीच BSF के ट्रेंड डॉग स्क्वॉड ने भी स्टंट दिखाए हैं। BSF के सिखाए डॉग सिर्फ एक छलांग में बस की छत पर पहुंच गए। गाड़ी में छिपे आतंकवादी को कैसे पकड़ा और आंदोलनकारियों को किस तरह खदेड़ा जाता है, ये स्टंट करके दिखाया।
आजादी के अमृत महोत्सव पर हुआ कार्यक्रम
आजादी की 75वीं वर्षगांठ “आजादी का अमृत महोत्सव” के अवसर पर BSF बाइकर्स टीम “जांबाज” की ओर से “डेयर डेविल शो” किया जा रहा है। पहले बाइकर्स ने आग की जलती रिंग से बाइक निकाली। इसके बाद एक के बाद एक कलाबाजी दिखाते चले गए। बाइक पर हैंडल बिना छुए बाइक चलाना, एक बाइक पर चार-चार लोग बिना हैंडल पकड़े स्टंट करते नजर आए।
एक जाबांज को तैयार करने में 3 से 4 साल लगते हैं
टीम के कैप्टन अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि BSF के 2.5 लाख जवानों में से चुनिंदा जवानों को लेकर ये दल बनाया जाता है। एक जांबाज को तैयार करने में 3 से 4 साल लगते हैं। कड़े मेहनत और प्रैक्टिस के बाद टीम स्टंट करने उतरती है। टीम को एक शो करने से पहले 2 से 3 महीने की प्रैक्टिस करनी होती है। लोगों को देखने में आसान लगता होगा, लेकिन उसके पीछे हमारी टीम की मेहनत रहती है।