देव श्रीमाली, GWALIOR. देश के प्रमुख बड़े मेलो में शुमार ग्वालियर व्यापार मेला में आज (30 जनवरी) सुबह अचानक भीषण आग लग गई। आग लगने से उंसकी लपटों ने हैंडलूम की अनेक दुकानों और गोदामों को राख में बदल दिया। आग ने कई अन्य शोरूम को भी अपनी चपेट में ले लिया। आग बुझाने के प्रयास जारी हैं । आग से लगभग डेढ़ करोड़ रुपये के नुकसान होने के अनुमान है।
छतरी नंबर चार -पांच में लगी आग
ग्वालियर में आज (30 जनवरी) सुबह से मौसम खराब है और बूंदाबांदी हो रही है। दुकानदार ठंड के चलते अपनी दुकानों में दुबके बैठे थे कि अचानक उन्हें छतरी क्रमांक पांच और छह की तरफ धुएं का गुबार उठता दिखा। दुकानदारों ने देखा तब तक आग की लपटें आसमान छूने लगीं थी। आग लगने की खबर और नजारा देख मेले में भगदड़ मच गई। दुकानदारों ने पहले खुद आग पर काबू पाने की कोशिश की लेकिन आग बढ़ती ही गई। इस बीच फायरब्रिगेड की गाड़ियां भी वहां पहुंच गईं ।
हैंडलूम के गोदामों से शुरू हुई आग
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग लगने की शुरुआत मेले के छतरी 5-6 से हुई। इस इलाके में आगे हैंडलूम की दुकान है और उन्हीं के पीछे इनके गोदाम बने हुए है और आग का धुआं वहीं से उठना शुरू हुआ। लेकिन आज ( 30 जनवरी) यहां ठंड बहुत है और बरसात भी हो रही है। इसलिए पहले लोगों को इसका आभास नहीं हुआ, लेकिन जब आग ने जोर पकड़ लिया और धुएं के गुबार आसमान पर छाने लगे। इसके बाद दुकानदार और अन्य लोगों को पता चला कि आग लग गई। इसको देखकर दुकानदार आग की तरफ भागे लेकिन तब तक धुआं आग की तेज लपटों में बदल चुका था। लोगों ने इकट्ठा होकर आग बुझाने का प्रयास भी किया, लेकिन आग आगे ही बढ़ती जा रही थी।
मेले में मचा हडकंप और भगदड़
आग के लगातार फैलतें जाने से मेले के व्यापारी बुरी तरह भयभीत हो गए और वहां हडकंप के साथ भगदड़ मच गई। दुकानदार अपने माल को सुरक्षित करने में जुट गए लेकिन बूंदाबांदी के चलते उन्हें कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था। इस बीच 12 से ज्यादा दुकानें आग की चपेट में आकर खाक हो चुकीं थी।
ये खबर भी पढ़िए...
फायरब्रिगेड आग बुझाने में जुटीं
इस बीच सूचना पाकर मेले में तैनात फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मौके पर पहुंच गई। साथ ही शहर से भी सभी गाड़ियां वहां पहुंचकर आग पर काबू पाने की कोशिश में जुट गईं। लेकिन गाड़ियों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि दुकानों को सुरक्षित रखकर आग बुझाना दिक्कत का काम है। इसके बावजूद फायर ब्रिगेड को अनेक दुकानों को तोड़ना पड़ा।
12 दुकानों में डेढ़ करोड़ का नुकसान
आग लगने से एक दर्जन दुकानें पूरी तरह से जलकर खाक हो चुकीं है। इनमे सात दुकानें हैंडलूम की है, जबकि तीन स्टेशनरी की। इनके अलावा खानपान और स्टेशनरी की भी अनेक दुकानों में काफी नुकसान हुआ है।
प्राधिकरण पर बरसे दुकानदार
पीड़ित दुकानदारों ने घटना के लिए ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण और प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना है कि इस बार सरकार, प्रशासन और प्राधिकरण ने मेले को कोई सुविधा नहीं दी है। इसके चलते व्यापारी हर तरह से परेशान है और लावारिश महसूस कर रहा है। यह घटना भी उसी लापरवाही का परिणाम है क्योंकि बिजली के तार जगह जगह खुले पड़े है। इनके ही शॉर्ट सर्किट से यह दुखद घटना घटी।
आधे घंटे में पहुंची फायरब्रिगेड
मेला व्यापारी संघ के अध्यक्ष महेन्द्र भदकारिया ने कहाकि फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आधे घंटे में पहुंची तब तक आग फैल चुकी थी। अगर ये आग कलेक्ट्रेट या नगर निगम के दफ्तर में लगी होती तो दस मिनिट में पहुंच जातीं। वह तो मौसम खराब था और आग सुबह लगी।
मेला न खोलने का किया ऐलान
व्यापारी संघ के प्रमुख भदकारिया ने इस बात पर भी चिंता जाहिर की कि इतनी बड़ी घटना होने के और दो घंटे बीत जाने के बावजूद प्रशासन का कोई बड़ा अफसर मौके पर नही पहुंचा। ऐसे में हम किसके सहारे मेले में दुकानें खोलें। हमने तय किया है जब तक अधिकारी यहां आकर हमारी समस्याएं नहीं सुनते और हमें ठोस आश्वासन नहीं देते हम दुकानें नहीं खोलेंगे।