देव श्रीमाली, GWALIOR. नगर निगम ग्वालियर स्वच्छता सर्वेक्षण में अब्बल न आने से परेशान है और इस बार वह कोई मौका नहीं गंवाना चाहता है इसलिए हर मामले को गम्भीरता से ले रहा है। उसके टारगेट पर अब दीवारों पर लिखे विज्ञापन भी आ गए हैं। निगम उनको मोटा जुर्माना भरने के लिए नोटिस भेज रहा है।
जुर्माने के साथ FIR भी कराने की तैयारी
शहर की स्वच्छता एवं सौंदर्यीकरण को दृष्टिगत रखते हुए बिना अनुमति विभिन्न संस्थाओं द्वारा शहर की दीवारों पर वॉल पेंटिंग करा कर अपनी संस्था का विज्ञापन किया जाता है। इसको लेकर नगर निगम अब सख्त कार्रवाई कर रहा है। निगम इस प्रकार से विज्ञापन कर रही 40 से अधिक संस्थाओं को चिन्हित कर नोटिस जारी किए गए हैं। साथ ही संबंधित थाने में उनके खिलाफ प्रकरण भी दर्ज कराए जा रहे हैं।
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नगर निगम चला रहा है विशेष अभियान
सहायक नोडल अधिकारी विज्ञापन संदीप शर्मा ने बताया कि नगर निगम आयुक्त किशोर कन्याल के निर्देशानुसार अपर आयुक्त आरके श्रीवास्तव के निर्देशन में बिना अनुमति शहर की दीवारों पर विज्ञापन करने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। इसमें ऐसे लोगो को चिन्हित कर कार्यवाही की तैयारी है जिन्होंने बगैर अनुमति दीवालों आदि पर अपने संस्थानों के विज्ञापन लिखे या लगाकर शहर की सुंदरता खराब की है।
ये संस्थाएं की गई चिन्हित
बताया गया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 के अंतर्गत केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा शहर की दीवारों पर किसी भी प्रकार के निजी विज्ञापन प्रतिबंधित किए गए हैं, इसी निर्देश के परिपालन में निगम द्वारा अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है जिसके तहत मेला ग्राउंड रोड से एमआईटीएस तक एवं सात नंबर चौराहे तक निरीक्षण कर इस प्रकार की 40 से अधिक संस्थाओं को चिन्हित किया गया है जिसमें भूमिजा टीएमटी, आरोग्यम हॉस्पिटल, माधव आईटीआई कॉलेज, गालव विद्या मंदिर, एनआईटीएम, दादा दी रसोई, संत हॉस्पिटल, कपिल सर, संकल्प सिविल सर्विसेज अकैडमी, श्री तुलसीराम ग्रुप ऑफ़ आईटीआई एवं समर्थ आयुर्वेद सहित अन्य संस्थाओं को चिन्हित किया गया है। इन सभी संस्थाओं के खिलाफ नोटिस जारी कर पुलिस में प्रकरण दर्ज कराया जा रहा है।