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देव श्रीमाली, GWALIOR. नेशनल हेल्थ मिशन संविदा स्टाफ नर्सिंग भर्ती परीक्षा पेपर लीक कांड में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। स्टॉफ नर्स भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक होने के मामले में ग्वालियर पुलिस आरोपियों की संपत्ति की पड़ताल करने की तैयारी में है। इसके लिए आयकर विभाग जीएसटी विभाग और प्रवर्तन निदेशालय की मदद भी ली जा रही है। ग्वालियर पुलिस की टीम ने इस संबंध में तीनों प्रमुख विभागों को पत्राचार शुरू किया है। इस कांड से जुड़े आरोपियों ने अलग-अलग परीक्षाओं के पर्चा लीक कराकर करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित की है। इनके 8 बैंक खाते तो फ्रीज करा दिए गए हैं, जिनमें लाखों रुपए अभी भी जमा है।
अब तक 16 आरोपी की हो चुकी है अरेस्ट
ग्वालियर में 7 फरवरी को टेकनपुर स्थित कृष्णा होटल से आठ लोगों को ग्वालियर पुलिस की टीम ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक करवाते हुए पकड़ा था। उनके पास से जो पर्चा मिला था। वह हूबहू मैच कर गया था। इसके बाद पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए अभी तक इस मामले में 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इन आरोपियों में प्रयागराज का रहने वाला राजीव मिश्रा पुष्कर पांडे और तरुण अर्जरिया शामिल है। यह तीनों मुख्य सरगना है, जबकि बाकी आरोपियों के काम आपस मे बंटे हुए थे। पुलिस अभी तक 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें एम ई एल कंपनी के दो और एक पुराना कर्मचारी भी शामिल है। इन लोगों ने पर्चा लीक करवाने के मामले में प्रमुख भूमिका निभाई। जबकि राजीव और उसके गुर्गों ने पर्चा लीक होने के बाद परीक्षार्थियों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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50 लाख में हुई थी डील
गिरफ्तार किए गए आरोपियों से अब तक हुई पूछताछ और जब्त किए गए साक्ष्यों से पता चला है कि आरोपियों और कंपनी के बीच पर्चा लीक करने के बदले पचास लाख रुपए की डील हुई थी। इसके बाद इस पर्चे को बेचकर करीब 10 करोड़ रुपए कमाने का टारगेट तय किया गया था।
8 बैंक खाते कराए सीज
जांच से जुड़े पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के आठ बैंक खाते ऐसे पाए गए है, जिनमें लाखों रुपए जमा है। फिलहाल इन खातों को सीज करा दिया गया है। इसके अलावा इनकी संपत्तियों की भी पड़ताल कराई जा रही है। इसके लिए संबंधित जिलों के पंजीयन ,वाणिज्यकर और आयकर आदि विभागों की भी मदद ले जा रही है।