देव श्रीमाली, GWALIOR. ग्वालियर-मुरैना सहित देश के तीन राज्यों में एटीएम काटकर लाखों रुपए लूटने वाली मेवाती गैंग का एक आरोपी ग्वालियर पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। पकड़ा गया आरोपी ही मेवाती गैंग को वारदात के लिए ग्वालियर लाया था। पकड़ा गया आरोपी राजस्थान के भरतपुर का रहने वाला है। पुलिस ने उसके पास से आठ लाख रुपए और एटीएम काटने वाली मशीन भी बरामद की है। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने उसके दो साथियों को दबोचा था, लेकिन दिल्ली पुलिस लूटी गई रकम बरामद नहीं कर पाई है। अब ग्वालियर पुलिस आरोपी से पूछताछ करेगी।
ग्वालियर के दो और मुरैना के तीन एटीएम काटे थे
10-11 जनवरी की रात ग्वालियर के मुरार और बहोड़ापुर इलाके में स्थित स्टेट बैंक आफ इंडिया के दो एटीएम बूथ को कार से आए बदमाशों ने काटा था। इन्होंने दोनों एटीएम से लगभग 53.04 लाख रुपए लूटे थे। इसी गैंग ने लौटते समय मुरैना में भी एक एटीएम काटकर 14 लाख रुपए लूटे थे। मुरैना टोल से भागने के बाद इन्होंने राजस्थान के सैंया में भी एक एटीएम काटकर लूटने की कोशिश की थी, लेकिन असफल रहे थे।
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आरोपी का नाम यशवीर गुर्जर निवासी राजस्थान है
ग्वालियर के एसएसपी अमित सांघी ने बताया कि एएसपी राजेश दंडोतिया, क्राइम ब्रांच के डीएसपी ऋषिकेष मीणा, क्राइम ब्रांच प्रभारी दामोदर गुप्ता, एएसआइ राजीव सोलंकी और उनकी टीम को मामले का खुलासा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके अलावा इस काम में बहोड़ापुर थाने की टीम भी लगी थी। तवाडू गांव के जिन बदमाशों की तलाश में ग्वालियर क्राइम ब्रांच लगी थी, उनके दो साथी शोहराब उर्फ सब्बा और समीर खान को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पकड़ लिया था। इस गैंग के दूसरे साथियों की घेराबंदी में ग्वालियर क्राइम ब्रांच लगी थी। बीती रात घेराबंदी कर एक आरोपी को पकड़ लिया। आरोपी का नाम यशवीर गुर्जर निवासी राजस्थान बताया गया है। उसने ही शोहराब, समीर और अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर लूट की थी।
ग्वालियर में 5 साल रह चुका है आरोपी
एसएसपी सांघी ने बताया कि पुलिस पूछताछ में पता लगा है कि पकड़ा गया आरोपी ग्वालियर में 5 साल निवास कर चुका है और ड्राइवर की नौकरी करता था। तब यह ट्रक टैंकर चोरी के मामले में जेल भी जा चुका है। इस वजह से ग्वालियर के चप्पे-चप्पे से वाकिफ था। वही मेवाती गैंग को लेकर ग्वालियर पहुंचा था।
तिहाड़ जेल में हुई थी मेवाती गैंग से मुलाकात
आरोपी यशवीर गुर्जर ने बताया कि जब वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था, तभी उसकी मुलाकात हरियाणा के नूंह के मेवाती गैंग से हुई थी और फिर यह परिचय दोस्ती में बदला था। जेल से छूटने के बाद एक साथ वारदातें करने लगे। मैं ग्वालियर से अच्छी तरह परिचित था, इसलिए मुरैना ग्वालियर आकर पहले सूने स्थानों के एटीएम रैकी की। फिर योजना के अनुसार गैंग के साथ नम्बर प्लेट बदलकर क्रेटा गाड़ी से आए और 10-11 जनवरी की सर्द रात में आकर इन वारदातों को अंजाम दिया। फिर अलग-अलग हो गए, लेकिन पुलिस की लगातार घेराबंदी रही और दो साथियों को दिल्ली पुलिस उठा ले गई। वह ग्वालियर पुलिस के चंगुल में फंस गया।
आरोपियों के पास है खास एटीएम डिवाइस
एसएसपी अमित सांघी ने बताया कि आरोपियों के पास एक खास तरह की एटीएम डिवाइस है। यह एटीएम मशीन में लगाते ही पता चलता है कि एटीएम में अभी कितना केस है या मशीन खाली है। अब इस संबंध में आरोपी को रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की जाएगी।