देव श्रीमाली, GWALIOR. मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान इस समय जन समस्याओं और आम लोगों की शिकायतों के निराकरण में लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के करने के मामले में आक्रामक मुद्रा में नजर आ रहे है लेकिन ग्वालियर नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी इससे बेपरवाह हैं। हालत ये है कि वे शिवराज सिंह के सबसे ड्रीम प्रोजेक्ट सीएम हेल्प लाइन को ही गंभीरता से नहीं ले रहे। हालत ये है कि इसमें दर्ज शिकायतों का जल्द निराकरण न होने से पेंडिंग बढ़ती जा रही है। अभी लगभग दो हजार शिकायतें लंबित पड़ीं है। सीएम के उग्र रुख के कारण अब निगम में भी हड़कंप है क्योंकि कभी भी सीएम का दौरा हो सकता है जिसमें किस पर गाज गिरे इससे डर का माहौल है।
किस विभाग की कितनी शिकायतें
अभी सीएम हेल्पलाइन में नगर निगम से जुड़ीं 1907 शिकायतें सूचीबद्ध है जिनका निराकरण होना है। इनमें सबसे बड़ा आंकड़ा स्वास्थ्य से जुड़ा है। इसमें सफाई व्यवस्था, प्रदूषण और गंदगी की शिकायतें होती हैं। इससे जुड़ीं 407 शिकायतें सीएम हेल्पलाइन में निराकरण की बाट जोह रहीं हैं। दूसरे नंबर पर पेयजल की समस्या है। 292 लोगों ने पीने के लिए पानी की समस्या के निराकरण की गुहार लगा रखी है। इसके अलावा सीवेज की 224, विद्युत की 289, निर्माण कार्यों की 130, भवन अनुज्ञा की 127 और स्मार्ट सिटी की 158 शिकायतों के साथ ही कई विभागों की शिकायतें लंबित पड़ीं है जिनका कोई निराकरण करके सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया है।
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सीएम के दौरे के मद्देनजर अफसरों की चिंता बढ़ी
सीएम इस समय ताबड़तोड़ दौरे कर रहे हैं और आक्रामकता दिखाने के लिए हर जगह मंच से ही किसी न किसी अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ हटाने या निलंबन की कार्रवाई कर रहे हैं। इससे सबसे ज्यादा चिंता नगर निगम में ही है। क्योंकि ज्यादा शिकायतों वाले और जनता से जुड़ा विभाग है। इसी के मद्देनजर पहली बार दो अपर आयुक्त एक साथ इसकी समीक्षा करने पहुंचे। अपर आयुक्त आर के श्रीवास्तव और मुकुल गुप्ता ने सीएम हेल्पलाइन की लंबित शिकायतों की समीक्षा करते हुए विभागवार लंबित शिकायतों पर संबंधित अधिकारी से चर्चा की और 3 दिन में समस्याओं के निराकरण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि समस्या का निराकरण एल 1 स्तर पर ही कर दिया जाए ताकि प्रकरण घूमता न फिरे।
शिकायतकर्ता को संतुष्ट कराने के निर्देश
सीएम हेल्पलाइन के लंबित प्रकरणों की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारियों ने बताया कि नबंवर महीने की कुल 1907 शिकायतें अभी तक लंबित हैं। जिस पर अपर आयुक्त श्रीवास्तव ने सभी शिकायतों का निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों से बारी-बारी से चर्चा करते हुए जल्द ही निराकरण कराने के निर्देश दिए।