देव श्रीमाली, GWALIOR. आखिरकार टलने के बाद ग्वालियर के व्यापार मेले का रविवार (7 जनवरी) शाम उदघाटन हो ही गया। लेकिन बीजेपी की गुटबाजी का साया इस पर मंडराता रहा। पहली बार है कि बीजेपी की सरकार हो और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर मंच पर मौजूद नहीं है। दोनों ने वर्चुअल जुड़कर रस्म अदायगी की। तोमर समर्थक मंत्री भारत सिंह भी आयोजन में नही पहुंचे। मंच पर ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों का ही दबदबा दिखा। सांसद और उद्योगमंत्री को छोड़कर मंच पर सिर्फ सिंधिया समर्थक की मौजूद थे। सांसद ने अपने भाषण में तंज कसते हुए कहा कि खुशी है कि बार-बार टलने के बाद आखिरकार आज मेले का उद्घाटन हो ही गया।
पहले 5 को होना था उद्घाटन
केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पहले 5 जनवरी को ग्वालियर व्यापार मेले के उद्घाटन की तारीख घोषित कर दी थी। लेकिन इसको लेकर बीजेपी मे घमासान मच गया था और अंततः यह आयोजन स्थगित हो गया था। माना जा रहा था कि अब सब एक साथ कार्यक्रम में उपस्थित होकर गुटबाजी की अटकलों को खारिज कर देंगे, लेकिन 7 जनवरी के आयोजन में ऐसा हुआ नहीं। आमतौर पर मुख्यमंत्री मेले का उद्घाटन करने आते रहे हैं लेकिन शनिवार वे नहीं आये बल्कि के वर्चुअल ही जुड़े और और संक्षिप्त भाषण देकर उन्होंने औपचारिकता पूरी की। मेला विकास प्राधिकरण द्वारा भेजे कार्ड में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के मौजूद रहने का उल्लेख था, लेकिन वे भी नही पहुंचे और सिर्फ वर्चुअली ही शामिल हुए। तोमर स्वयं तो आये ही नहीं उनके समर्थक और जिले में बीजेपी कोटे के इकलौते मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने भी उद्घाटन समारोह से दूरी बनाकर रखी।
आयोजन में सिंधिया समर्थकों का ही दबदबा
इस समारोह में न तो बीजेपी के बड़े नेता नजर आए और न ही कार्यकर्ता। मंच से लेकर दर्शक दीर्घा तक के वीवीआइपी सोफे तक सिंधिया समर्थकों का ही दबदबा रहा। मंच पर उनके समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट, गोविंद राजपूत, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और लोकनिर्माण मंत्री सुरेश राठखेड़ा से लेकर पूर्व विधायक रमेश,इमरती देवी और मुन्ना लाल गोयल तो नजर आए लेकिन पूर्वमंत्री जयभान सिंह पवैया, वेदप्रकाश शर्मा और अन्य वरिष्ठ बीजेपी नेता न मंच पर दिखे न सोफे पर।
बीजेपी नेताओं को आमंत्रण पत्र ही नही पहुंचे
उद्घाटन समारोह में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ता तो दूर पदाधिकारियों तक को आमंत्रित नही किया गया। एक जिला पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर अपनी पीड़ा बयां करते हुए कहाकि विगत 15 वर्षों से पदाधिकारियों को आमंत्रित किया जाता था। लेकिन कार्यकर्ताओं को आमंत्रित करने के लिए भी कार्ड भेजे जाते थे, लेकिन इस बार किसी ने पूछा नहीं। उनकी पीड़ा थी कि जब कांग्रेस की सरकार थी, तब भी उन्हें आदर से बुलाया जाता था लेकिन इस बार तो अपनी ही सरकार होने के बावजूद आमंत्रण पत्र तक नहीं मिला।
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उद्योग मंत्री सिंधिया का नाम ही भूले
समारोह में हड़बड़ी का आलम रहा। हालात ये रहे कि प्रदेश सरकार के उद्योग मंत्री ओम प्रकाश सखलेचा केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम ही भूल गए। एक बार उन्होंने माधव राव सिंधिया के नाम से संवोधित किया तो दूसरी बार ज्योतिराज सिंधिया बोला। हालांकि बाद में उन्होंने हाथ जोड़कर माफी मांगी। इसी हड़बड़ी में जब परिवहन मंत्री अपने संबोधन देने आए तो उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जगह शिवराज सिंह तोमर कह दिया। यह सुनकर न केवल लोग हँस पड़े और स्क्रीन पर मौजूद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मुस्करा दिए।
सीएम ने किया उद्घाटन
मुख्यमंत्री शिवराज ने वर्चुअली उद्घाटन के बाद कहा कि ग्वालियर व्यापार मेला आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की मूल अवधारणा का प्रतीक है। ग्वालियर मेले में जहां एक ओर सैलानियों को एक ही प्लेटफार्म पर कई चीजें खरीदने का मौका मिलता है। वहीं व्यापारी आर्थिक लाभ कमाते हैं और स्थानीय लोगों को कई तरह से रोजगार मिलता है। शिवराज शनिवार (7 जनवरी) की शाम श्रीमंत माधवराव सिंधिया ग्वालियर व्यापार मेला के उद्घाटन समारोह को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा मेले संस्कृति व सभ्यता के संवाहक होते हैं। सालों साल से ग्वालियर मेला इस परंपरा का निर्वहन करता आ रहा है। चौहान ने कहा कि कोरोनाकाल के बाद लगे ग्वालियर मेले के प्रति लोगों में काफी उत्साह है। पहले पूरे मेले के दौरान लगभग 50 लाख सैलानी यहां आते थे। इस साल उम्मीद है कि सैलानियों की संख्या 75 लाख तक पहुंचेगी। राज्य शासन द्वारा इस साल भी ऑटोमोबाइल सेक्टर को बढ़ावा देने के लिये रोड टैक्स में 50 प्रतिशत छूट देने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि पहले जहां एक हजार करोड़ रूपए का कारोबार मेले में होता था। वह बढ़कर 1500 करोड़ रूपए तक पहुंचने की संभावना है।
तोमर के यह कहा
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने बनारस से ग्वालियर व्यापार मेला के उद्घाटन समारोह को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि केवल ग्वालियरवासी ही नहीं देश भर के कारोबारी व सैलानी ग्वालियर मेले का इंतजार करते हैं। उन्होंने कहा सभी के साझा प्रयासों से ऐतिहासिक ग्वालियर मेले की ऐतिहासिकता में और चार चांद लगाने के प्रयास किए जायेंगे। तोमर ने जानकारी दी कि कृषि के लिए प्रसिद्ध प्राचीन भारतीय परंपरा पंचमहाभूत के सिद्धांत को आगे बढ़ाने के लिए बनारस में अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन हो रहा है। इसका फायदा उन्नत खेती में मिलेगा।
सिंधिया बोले उनके पूर्वजों ने शुरू किया मेला
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर का मेला केवल मेला भर नहीं है। यह फूलों की ऐसी माला है, जिसमें मध्यप्रदेश सहित अन्य प्रदेशों की संस्कृति, सभ्यता, कला व व्यापार समाहित है। उन्होंने कहा आधुनिक ग्वालियर के संस्थापक माधव महाराज ने जहां शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई एवं पेयजल के क्षेत्र में ग्वालियर को उत्कृष्ट अधोसंरचना उपलब्ध कराई। वहीं 1905 में सागरताल प्रांगण से मेले की शुरूआत भी की। 1918 से वर्तमान प्रांगण में यह मेला लग रहा है। मेले में लगातार नए आयाम जुड़े हैं। मेरे पिताश्री स्व. श्रीमंत माधवराव सिंधिया ने इस मेले को दिल्ली के ट्रेड फेयर के सेटेलाइट सेंटर के रूप में विकसित कर इसे ट्रेड फेयर का रूप दिलाया। बाद में इसे प्राधिकरण का दर्जा भी दिलाया। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि इस साल यह मेला नया कीर्तिमान स्थापित करेगा और आत्मनिर्भर भारत,आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश और आत्मनिर्भर ग्वालियर की विचारधारा को आगे बढ़ायेगा।
मेले की गरिमा बढ़ाने होंगे प्रयास
मेले के उद्घाटन समारोह में सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने स्वागत उदबोधन दिया। उन्होंने कहा कि मेले की गरिमा को बनाए रखने के लिये विभाग द्वारा इसमें नए आयाम जोड़े जायेंगे। उन्होंने प्रदेश के औद्योगिक विकास को रेखांकित करते हुए कहा कि कृषि की तरह प्रदेश की इंडस्ट्रीयल ग्रोथ भी डबल होने की अपेक्षा है।
सांसद बोले स्थानीय उत्पादों को दे बढ़ावा
सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि ग्वालियर मेले में लोकल फॉर वोकल और आत्मनिर्भर भारत की थीम पर चलकर स्थानीय उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा दिया जाए। अतिरिक्त छूट देकर स्थानीय उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जा सकता है।
वाहनों पर आरटीओ टेक्स में रिबेट शुरू
परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत ने कहाकि आज मेला का औपचारिक शुभारम्भ होते ही राज्य शासन द्वारा मेले में खरीदे जाने वाले वाहनों पर आरटीओ टैक्स में पचास फीसदी छूट मिलना आज से शुरू हो गई है ।