देव श्रीमाली, GWALIOR. देश के प्रतिष्ठित और ऐतिहासिक ग्वालियर व्यापार मेले के उदघाटन पर बीजेपी की गुटबाजी का ग्रहण लग गया है। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरफ से औपचारिक घोषणा हो चुकी है। वे कल यानी 5 जनवरी को इसका उदघाटन करेंगे लेकिन मुख्यमंत्री ,केंद्रीय कृषि मंत्री ही नहीं मेले के पदेन अध्यक्ष ओम प्रकाश सखलेचा का अभी तक औपचारिक कार्यक्रम नहीं आने आए असमंजस बना है।
दो साल बाद लग रहा है मेला
कोरोना काल के चलते दो साल तक मेला नहीं लग सका था जबकि पिछली बार मेला लगने की शुरूआत भी हो गई थी लेकिन फिर से कोरोना संक्रमण के बादल छाने से बीच में ही इसे बन्द करना पड़ा था। लेकिन इस बार स्वास्थ्य की दृष्टि से स्थितियां अनुकूल थी इसलिए लगा था कि इस बार मेला और भव्य तरीके से लगेगा। लेकिन सत्ताधारी पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी के चलते इसके लिए आयोजन समिति ही नहीं बन पाई। नतीजा ये निकला कि जब तक मेला लगेगा यह घोषणा हो पाई तब तक तैयारी का समय ही निकल गया। इस बार न तो पशु मेले का आयोजन हो सका और न ही कुश्ती के आयोजन के लिए पहलवान मिल सके।
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अब उदघाटन पर असमंजस
मेले में वाहन बिक्री पर राज्य शासन ने पचास फीसदी रजिस्ट्रेशन फीस माफ करने की छूट देने के आदेश जारी कर दिए है। मेले का उदघाटन 25 दिसंबर को होता है, लेकिन सत्ताधारी नेताओं में आपस में व्याप्त गुटबाजी के चलते इस पर कोई पहल ही नही हो सकी और मेला चालू भी हो गया। इस बीच नेताओं में कलह भी सामने आने लगी। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मीडिया को अपना एक टूर प्रोग्राम भेजा, जिसमें पांच जनवरी की शाम को मेले के उदघाटन का उल्लेख था। मजेदार बात ये कि इसकी जानकारी मेले के आयोजक उद्योग विभाग के मंत्री को ही नहीं थी। जब 5 जनवरी को मेले के उदघाटन को लेकर भोपाल में मीडिया ने उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि अभी कोई तारीख तय नहीं है। 2 जनवरी को फिर उनसे पूछा तो वे बोले अभी राज्य शासन से कोरोना गाइडलाइन को लेकर मार्गदर्शन ले रहे है। जबकि यहां प्रशासन ने उदघाटन की तैयारियां पूरी कर ली है। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि कहीं कोई असमंजस नहीं है, उदघाटन पांच को ही होगा। हालांकि वे यह नहीं बता पाते कि सिंधिया के अलावा अन्य कौन गेस्ट होंगे।
सीएम,तोमर और सखलेचा के आने पर सस्पेंस
कल पांच जनवरी को उदघाटन होना है लेकिन आज तक इसके आमंत्रण पत्र ही नहीं छप सके हैं। इसकी वजह है सिन्धिया के अलावा बाकी गेस्ट तय न हो पाना। मेले के उदघाटन समारोह में सामान्यतया मुख्यमंत्री, उद्योगमंत्री और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर आते रहे हैं, लेकिन अभी तक सीएम सहित इन नेताओं का कोई कार्यक्रम नहीं आया है। अब कोशिश हो रही है कि सीएम इस समारोह में वर्चुअली ही जुड़ जाएं।
प्रशासन ने लिया तैयारियों का जायजा
जिला प्रशासन ने मेले के उदघाटन की तैयारियों को लेकर मेला प्राधिकरण के साथ बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया। वहीं मेला प्राधिकरण के सचिव का कहना है मेला उद्घाटन 5 जनवरी होने की जानकारी विभाग से उनके पास आ गई है और उन्होंने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सर्दी को देखते हुए इंडोर ऑडिटोरियम में रंगाई पुताई का काम भी शुरू हो गया है।