ठंड का कहर, ग्वालियर में हर घंटे आठ लोगों को हो रहा है हार्ट अटैक, 15 दिन में हुई चालीस मौतें

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Pratibha Rana
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ठंड का कहर, ग्वालियर में हर घंटे आठ लोगों को हो रहा है हार्ट अटैक, 15 दिन में हुई चालीस मौतें

देव श्रीमाली, GWALIOR. ग्वालियर चंबल अंचल में पिछले एक सप्ताह से कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। भीषण सर्दी ने एक तरफ जहां लोगों का  घर से निकलना दूभर कर दिया है। वहीं हालात यह हो गए है कि यह लोगों के दिल और दिमाग पर पर तेजी से अटैक कर रही है। हार्ट और न्यूरो के सभी हॉस्पीटल के सभी बेड फुल हैं और इनके मरीजों की संख्या ही नही बढ़ी बल्कि हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या चार गुनी हो गई। अब तक पचास मौतें तो रिकॉर्ड पर हैं।  जबकि माना जा रहा है कि इतनी ही मौतें घरों में ही हो गईं होंगी जो अस्पताल तक नहीं आ पाए होंगे। खास बात ये है यह अटैक अब हर उम्र के लोगों को आ रहा है।



हार्ट और न्यूरो विभाग के सभी बेड फुल



अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग में रोज सामान्य दिनों की अपेक्षा अब चार गुना ब्रेन हेमरेज और हार्ट अटैक अधिक मरीज आ रहे हैं। साथ ही इस सर्दी के अटैक से अब हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज मरीजों की मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि इस समय अंचल शीतलहर की चपेट में है और ऐसे में इन दिनों हार्टअटैक और ब्रेन हेमरेज आने के बहुत ज्यादा चांस होते हैं। यही कारण है कि अब ऐसे मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। नतीजा यह कि कार्डियोलॉजी और न्यूरोलॉजी विभाग में बेड पूरी तरह फुल हो गए हैं। केबल इमरजेंसी मरीजों को ही भर्ती किया जा रहा है। एक सप्ताह में तीस से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।



15 दिन में ढाई सौ लोगों को आया हार्ट अटैक 



अंचल में बढ़ती सर्दी को लेकर जयारोग्य अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग पूरी तरह फुल हो गया है। यहां एक भी बेड खाली नही है। कार्डियोलॉजी विभाग के सह प्रभारी डॉ गौरव कवि भार्गव ने बताया है कि सर्दी में हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या 4 गुनी बढ़ गई है। इसके साथ ही 15 दिनों मे लगभग 250 से अधिक मरीज भर्ती हुए हैं। इसके साथ ही अस्पताल में 20 से 25 मरीजों की मौत हुई है। वहीं 20 से अधिक ऐसे मरीज है, जिनकी अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो चुकी थी। मतलब पिछले 15 दिनों में हार्ट अटैक से लगभग 40 से 50 मरीजों की मौत हो चुकी है।



ब्रेन अटैक के 300 लोग हुए शिकार



सर्दी में ब्रेन हम्ब्रेज का आंकड़ा भी रोंगटे खड़े करने वाला है। बात अगर न्यूरोलॉजी विभाग की जाए तो यह सर्दी सबसे ज्यादा ब्रेन पर अटैक कर रही है। न्यूरोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अरविंद गुप्ता ने बताया है कि पिछले 15 दिनों में कुल 300 मरीज भर्ती हुए है, जिनमें लगभग 35 से 40 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही कुछ मरीज ऐसे हैं, जिन्होंने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया है कि हर साल सर्दी के समय ब्रेन हेमरेज के मरीज तेजी से बढ़ते हैं लेकिन इस बार पिछले एक सप्ताह से जिस तरीके से कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। इसी के चलते ब्रेन हेमरेज के मरीजों की संख्या भी लगातार तेजी से बढ़ रही है और ऐसे केसों में युवा और बुजुर्ग सबसे अधिक है।



मरीजों की भीड़ से चरमराई



जयारोग्य अस्पताल के कार्डियोलॉजी और न्यूरोलॉजी विभाग में हालात यह हो चुके हैं कि अब मरीजों को भर्ती करने के लिए बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहा है क्योंकि रोज 2 दर्जन से अधिक मरीज अस्पताल में पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि अब ऐसे मरीजों को भर्ती किया जा रहा है जो इमरजेंसी है। साथ ही कुछ ऐसे मरीज भी हैं, जिन्हें बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहा है तो उनके लिए अलग से बेड की व्यवस्था की जा रही है। इस समय कार्डियोलॉजी और न्यूरोलॉजी विभाग में 4 गुनी अधिक संख्या में मरीज भर्ती हो रही है। इसके साथ ही बढ़ती सर्दी के कारण कुछ मरीज ऐसे हैं जो अस्पताल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं और रास्ते में ही उनकी मौत हो रही है।



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हार्ट पेशेंट के लिए डॉक्टर की यह है सलाह



कार्डियोलॉजी विभाग के सह प्रभारी डॉ गौरव कवि भार्गव ने बताया है कि सर्दी के समय ब्लड प्रेशर शुगर मरीजों को बहुत ही सावधानी रखनी चाहिए और सुबह शाम अपने ब्लड प्रेशर को नापना चाहिए। इसके साथ ही सुबह के वक्त घर से बिल्कुल ही न निकले साथ ही इस कड़ाके की सर्दी में मॉर्निंग वॉक के लिए बिल्कुल न जाए। जब धूप निकल आए तो उसके बाद ही घर से निकले। ठंड के समय में ठंडे पानी से बिल्कुल नहाए है साथ ही जब घर से बाहर निकले तो सिर को अच्छी तरह से ढक ले। डॉ गौरव कवि भार्गव ने बताया है कि ज्यादा से ज्यादा गर्म पानी का सेवन करें। वहीं उन्होंने बताया कि बादाम और पिस्ता का सेवन ह्दय रोगियों के लिए काफी लाभदायक है इसके साथ ही ग्रीन टी का सेवन भी काफी फायदेमंद है। साथ ही उन्होंने शराब सेवन और तली हुई चीजों से दूर रहने के लिए कहा है।



ब्रेन स्टोक से बचने के लिए ये रखें ध्यान



वही न्यूरोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अरविंद गुप्ता का कहना है कि इस समय ब्रेन हेमरेज के मरीज सबसे अधिक आ रहे हैं। ऐसे में बोलने और समझने में परेशानी होना, बोलने की गति धीमी होना, समझने में कठिनाई महसूस होना, अचानक सिर में तेज दर्द इसके प्रमुख लक्षण हैं। ऐसे में एक ही समय में अपने सिर पर अपने दोनों हाथों को उठाने की कोशिश करें। यदि एक हाथ जोड़ता है तो वह स्ट्रोक हो सकता है। अगर ऐसी लक्षण है तो तत्काल अस्पताल में डॉक्टर को दिखाना बेहद जरूरी है।

 


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