देव श्रीमाली, GWALIOR. ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान में इस समय उत्सव का माहौल है। चिड़ियाघर की परी नामक शेरनी ने एक साथ 3 शावकों को जन्म दिया है। इन तीन नए मेहमानों के आने के बाद चिड़ियाघर में बब्बर शेरों की संख्या बढ़कर 8 हो चुकी है। इन नन्हें शावकों और इनकी प्रसूता मां की देखरेख के लिए खास बंदोबस्त किए गए हैं। जिनको आगामी 15 से 25 दिन तक खास निगरानी में रखा जाएगा। खास बात यह है कि जन्म लेने के बाद यह नन्हे शावक एक-दूसरे से मस्ती करते हुए नजर आए। वही आक्रामक मुद्रा में बैठी शेरनी परी शावकों के पास किसी को नहीं भटकने भी नही दे रही है यहां तक की फोटो खींचने पर भी बेहद गुस्से मे गुर्राते हुए दहाड़ने लगती है।
परी ने 3 साल में दूसरी बार जन्मे 3 शावक
जू प्रशासन के अनुसार 2012 में ग्वालियर के चिड़ियाघर में बब्बर शेर जय और शेरनी परी आए थे। इन दोनों का कुनबा लगातार बढ़ रहा है। बब्बर शेर जय को नंदनवन जू रायपुर से और शेरनी परी को बिलासपुर के कानन पेंडारी जू से लाया गया था। खास बात यह है कि शेरनी परी ने 3 साल में दूसरी बार तीन शावकों को जन्म दिया है।
शेरनी को दे रहे हैं चिकन सूप
चिड़ियाघर के प्रभारी डॉ उपेंद्र यादव ने "द सूत्र" को बताया कि अभी शावकों को आइसोलेशन में रखा गया है शेरनी परी को खाने के लिए चिकन सूप, उबले अंडे दिए जा रहे हैं। नन्हे शावकों के पास जाने में 15 दिन लगेंगे।क्योंकि अभी शेरनी आक्रामक है। इसके बाद ही शावकों के नर या मादा होने का पता चल सकेगा। फिलहाल इन्हें विशेष देखभाल में रखा गया है साथ ही समय-समय पर इनकी निगरानी की जा रही है वहीं उनकी चहल पहल पर भी नजर रखी जा रही है।
नामकरण की भी तैयारी
साल 2020 में बब्बर शेर जय और शेरनी परी ने 3 शावकों को जन्म दिया था। जिसमें दो नर शावक और एक मादा शावक था। बाद में इनका नाम इंतजार, अर्जुन और तमन्ना रखा गया। और फिर 2 साल बाद शेरनी परी ने तीन शावकों को जन्म दिया है। चिड़ियाघर में काफी खुशी की लहर है अब इन तीनों नन्हे शावकों के नामकरण की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। जल्द ही इनके नाम खोजने की प्रतियोगिता भी आयोजित हो सकती है।