खंडवा. खंडवा लोकसभा सीट भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकुमार सिंह चौहान के निधन के बाद से खाली हुई थी। उनके बेटे हर्षवर्धन (Harshvardhan Singh Chouhan) ने यहां से टिकट की मांग की थी, लेकिन बीजेपी ने ज्ञानेश्वर पाटिल (Gyaneshwar Patil) पर भरोसा जताया है। इस कारण हर्षवर्धन बीजेपी (BJP) से नाराज चल रहे थे। इस बीच सियासी अटकलें शुरू हो गई थी कि हर्षवर्धन बीजेपी को बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। 10 अक्टूबर को बुरहानपुर (Burhanpur) में आयोजित एक कार्यक्रम में हर्षवर्धन ने इन अटकलों को विराम लगा दिया है।
मैं डाल-डाल पर डेरा डालने वाला पंछी नहीं
हर्षवर्धन ने कहा कि पिछले 2-3 दिनों से बीमार क्या हुआ। लोगों ने पार्टी छोड़ने की अफवाह फैलाना शुरू कर दी। मेरी रगों में उस व्यक्ति का खून है, जिसने पूरे निमाड़ (Nimar) को अपने खून-पसीने से सींचा है। मैं कोई पंछी नहीं, जो आज उस पेड़ पर और कल दूसरे पेड़ पर डेरा डाल लूं। पार्टी जो भी आदेश देगी, वह चंदन की तरह होगा। जिसे हम सभी अपने माथे से लगाएंगे। पार्टी मुझे जो भी आदेश देगी, वह काम दिल से करूंगा। अब एक ही लक्ष्य है कि भाजपा प्रत्याशी को भारी मतों से जिताकर दिल्ली भेजना।
हर्षवर्धन ने नहीं लिया संकल्प
कार्यक्रम में मंच से भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा (VD Sharma) ने सबके हाथ खड़े करवाकर बीजेपी की जीत का संकल्प भी कराया, लेकिन इस दौरान हर्षवर्धन ने हाथ नहीं उठाए। वहीं, वीडी शर्मा ने कहा कि मैं हर्षवर्धन को धन्यवाद देना चाहता हूं कि वह हमारे बीच आए।