BHOPAL.आयुष्मान भारत योजना से संबद्ध मध्य प्रदेश के 620 निजी अस्पतालों में से 120 ने दो सौ करोड़ रुपए का घोटाला किया था। इस मामले में शुक्रवार, 6 जनवरी को स्वास्थ्य विभाग में सहायक ग्रेड 03 के पद पर कार्यरत आशीष महाजन को सस्पेंड किया गया है। महाजन पर वेंडरों से लेन-देन, निजी अस्पतालों को डराकर उनसे वसूली करने सहित कई गंभीर आरोप लगे हुए हैं।
योजना में ऐसे की गई थी गड़बड़ी
घोटाले की जांच में कई तरह के चौंकाने वाले तथ्य सामने आए थे। कई अस्पतालों में खुद के कर्मचारियों के नाम पर आयुष्मान कार्ड बनवा लिए गए थे और उन्हें मरीज बनाकर रकम निकाल ली गई थी। इसी तरह किसी मरीज का बिल 50 हजार का बना तो उसे बढ़ाकर दो लाख रुपए की राशि सरकार से वसूल ली जाती थी। ग्रामीण क्षेत्र के आयुष्मान कार्डधारियों को अस्पताल लाने के लिए जगह-जगह एजेंट नियुक्त किए गए थे।
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आयुष्मान योजना में दलाली के वीडियो से स्वास्थ्य विभाग में मचा था हड़कंप
पिछले दिनों आयुष्मान भारत योजना में दलाली का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ था। इसे महज संयोग कहा जाए या रुटीन प्रक्रिया कि लेन-देन का वीडियो वायरल होने के कुछ ही घंटे बाद सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के संचालक और प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के सीईओ अनुराग चौधरी को हटाकर पशुपालन विभाग में उप सचिव के पद पर भेजा था। उनकी जगह अदिति गर्ग को पोस्ट किया गया था। आपको बता दें कि वायरल वीडियो में दस लाख के लेनदेन की बातचीत थी, जो आयुष्मान योजना से जुड़े एक प्राइवेट हॉस्पिटल के संचालक व आयुष्मान भारत के दफ्तर में तैनात रही महिला अधिकारी के निकट रिश्तेदार की बताई जा रही थी। संबंधित महिला अधिकारी को भी कुछ दिन पहले यहां से हटाकर इंदौर पोस्ट किया गया है।