PSC मामले में जबलपुर हाईकोर्ट में अंतरिम राहत के लिए आज होगी सुनवाई, दो और इंटरविनर याचिकाएं शामिल

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Vivek Sharma
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PSC मामले में जबलपुर हाईकोर्ट में अंतरिम राहत के लिए आज होगी सुनवाई, दो और इंटरविनर याचिकाएं शामिल

संजय गुप्ता, INDORE. राज्य सेवा परीक्षा 2019 की लिखित परीक्षा दोबारा ली जाए या नहीं, इसे लेकर जबलपुर हाईकोर्ट में लगी याचिका को लेकर आज यानी 29 नवंबर को एक बार फिर सुनवाई होगी। इधर पीएससी ने दोबारा परीक्षा के लिए तारीख (28 जनवरी 2023) भी घोषित कर दी है, ऐसे में अब अभ्यर्थी इसमें जल्द राहत की मांग कर रहे हैं, क्योंकि अब दोबारा परीक्षा के लिए भी समय अधिक नहीं बचा है। वहीं इस मामले में अलग-अलग वर्ग के अभ्यर्थियों द्वारा दो और इंटरवीनर याचिका दायर कर दी गई है। इस तरह कुल तीन याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई होगी। 



दो और इंटरविनर याचिकाएं यह हैं



सफल अभ्यर्थियों की ओर से केस को देख रहे वकील आकाश ललवानी ने बताया कि इसमें एक इंटरविनर याचिका दिव्यांग अभ्यर्थियों की ओर से लगी है, जो दोबारा होने वाली परीक्षा के खिलाफ है और उनका कहना है कि हमारा इस मुद्दे से लेना-देना नहीं है तो फिर दोबारा परीक्षा हमारी कराने की जरूरत ही नहीं है। वहीं कुछ अभ्यर्थियों द्वारा दोबारा घोषित किए गए रिजल्ट को लेकर आपत्ति लेते हुए इंटरविनर याचिका दायर की गई है। 



पेपर के सरल और कठिन का हवाला दे रहा है आयोग



अभ्यर्थियों की आपत्ति है कि जो सफल हो चुके हैं उनकी दोबारा परीक्षा नहीं हो, जो अतिरिक्त अभ्यर्थी पास हो रहे हैं, केवल उन्हीं की ही लिखित परीक्षा ली जाए। इसे लेकर पीएससी ने आयोग में जवाब दाखिल किया है कि यदि एक ही राज्य सेवा परीक्षा की दो अलग-अलग लिखित परीक्षा होगी तो इसमें रिजल्ट के दौरान फिर आपत्ति आएगी कि इस परीक्षा का पेपर का लेवल अधिक कठिन था या उस परीक्षा का अधिक कठिन था, ऐसे में दो लिखित परीक्षाओं के रिजल्ट के आधार पर अभ्यर्थियों का योग्यता लेवल तय करने पर आपत्ति आ सकती है। वहीं अभ्यर्थी बता चुके हैं कि आयोग पहले भी अतिरिक्त परीक्षाएं ले चुका है और इतने बड़े स्तर की परीक्षा में कठिन और सरल लेवल जैसा कुछ नहीं होता है। 



राज्य सेवा परीक्षा 2019 में अभी तक यह हो चुका



राज्य सेवा परीक्षा 2019 की प्री जनवरी 2020 में हुई और इसका रिजल्ट 21 दिसंबर 2020 को जारी किया गया। इसमें दस हजार करीब अभ्यर्थी पास हुए और रिजल्ट के आधार पर लिखित परीक्षा मार्च 2021 में की गई, इसका रिजल्ट दिसंबर 2021 में जारी हुआ। इसमें 1918 अभ्यर्थी को अप्रैल 2022 में इंटरव्यू कॉल करने की प्रक्रिया शुरू की गई लेकिन इसी दौरान अप्रैल 2022 में रोस्टर नियमों को लेकर हाईकोर्ट की आपत्ति आ गई, इन्हें हाईकोर्ट ने दरकिनार कर दिया। इसके बाद अक्टूबर 2022 में आयोग ने फैसला लिया कि वह इस परीक्षा के पूर्व में जारी प्री और लिखित परीक्षा के रिजल्ट को जीरो करेगा। प्री का फिर रिजल्ट जारी किया जाएगा और दोबारा लिखित परीक्षा होगी। आयोग ने 11 अक्टूबर 2022 को फिर प्री का रिजल्ट जारी किया और इसमें मूल व प्रोवीजनल दो कैटेगरी में रिजल्ट जारी कर लिखित परीक्षा के लिए करीब 12 हजार अभ्यर्थियों को पास घोषित किया। अब आयोग ने 25 नवंबर को लिखित परीक्षा की तारीख भी घोषित कर दी। उधर पूर्व रिजल्ट में इंटरव्यू तक क्वालीफाइ हो चुके 1918 अभ्यर्थियों में से 140 अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट जबलपुर में याचिका दाखिल कर दी, उनकी मांग है कि जो सफल हो चुके उनकी दोबारा लिखित परीक्षा नहीं ली जाए। इसी पर सुनवाई की जा रही है।

 


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