BHOPAL. मध्यप्रदेश और तेलंगाना एटीएस की कार्रवाई में पकड़े गए हिज्ब-उत-तहरीर (HUT) के मेंबर सैय्यद सामी रिजवी की पत्नी कार्रवाई से बेहद नाराज है। उनका कहना है कि पति को मुसलमान होने की सजा मिल रही है। मुसलमान काम किसलिए आते हैं। दाढ़ी वाला मिले और उसे पकड़ कर आतंकवादी बोल दो। एटीएस द्वारा पकड़े गए सभी कट्टरपंथियों को अपर सत्र न्यायाधीश रघुवीर पटेल की कोर्ट में पेश किया गया। इनमें से कोर्ट ने 10 को पूछताछ के लिए एटीएस को रिमांड पर भेज दिया, जबकि 6 को जेल भेजा गया। रिमांड पर भेजे गए संदिग्धों में भोपाल से पकड़ाए सैय्यद सामी रिजवी भी शामिल हैं।
सैय्यद सामी मुंशी हुसैन खान कॉलेज में प्रिंसिपल
सैय्यद रिजवी मुंशी हुसैन खान कॉलेज (आईटीआई) में प्रिंसिपल हैं। कोहेफिजा में एडु फोरम नाम से कोचिंग भी चलाता था। यहां वह 9वीं से 12वीं के बच्चों को मैथ्स और फिजिक्स पढ़ाता था। सामी ने आलसेंट कॉलेज से मैकेनिकल ब्रांच से एमबीए किया। इसके बाद बीएड करके टीचिंग लाइन में आ गए। आगे भी कोचिंग को अलग आयाम पर ले जाने का सपना था, लेकिन 9 मई को हुई एटीएस की कार्रवाई ने उन्हें दबोच लिया। उनकी पत्नी का कहना है कि सिर्फ आरोप के आधार पर ही उन्हें आतंकी बता दिया। सैय्यद सामी की पत्नी जेबा शुक्रवार (19 मई) को कोर्ट में पति से मिलने आई। इस दौरान मीडिया से बातचीत में एटीएस कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
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पति सिर्फ अपने काम से काम रखते थे- जेबा
सैय्यद सामी रिजवी (32) की पत्नी जेबा बताती हैं कि उनके पति 9 मई को सुबह वॉक पर गए थे। अचानक कुछ लोग फोर्स के साथ घर में घुस गए। घर में मौजूद सामान की तलाशी लेने लगे। शौहर के बारे में पूछने लगे। जब हमने वजह पूछी, तो कुछ नहीं बताया। मेरे पति टीचर हैं। मैंने कभी उनको ऐसी गतिविधियों में नहीं देखा। मुझे कभी नहीं लगा कि वो ऐसा क्यों करेंगे। वह सिर्फ अपने काम से मतलब रखने वाले व्यक्ति हैं। कोई भी उनके बारे में गलत नहीं कह सकता। नमाज पढ़ने वाले और अल्लाह का काम करने वाले व्यक्ति हैं। वह कोचिंग में इतना बिजी रहते हैं कि उनको सांस लेने की फुर्सत नहीं थी।
पत्नी ने कहा- अब हमारा कोई नहीं, सिर्फ शौहर थे
एटीएस ने इतने बड़े-बड़े इल्जाम लगाए हैं। अल्लाह देखेगा। मेरे शौहर मुंशी हुसैन खान कॉलेज के प्रिंसिपल हैं। सुबह 9 बजे निकल जाते हैं। वहां से शाम 4 बजे फुरसत मिलती थी। इसके बाद सीधे कोचिंग चले जाते, जहां से रात 11 बजे फ्री होते। वहां मैथ्स और फिजिक्स पढ़ाते हैं। एग्जाम टाइम है, तो रात को 12 और 1 भी बज जाता था। उनको ऐसी फालतू चीजों से मतलब नहीं है। वह अपनी कोचिंग को ही आगे बढ़ाना चाहते थे। उनका कहना था कि बच्चे आएंगे, उन को अच्छी शिक्षा देंगे। अपना करियर भी इसी में बनाना चाहते थे।
मेरे शौहर तो मुझे देख कर इमोशनल हो गए। कुछ बोल नहीं पाए, लेकिन बाकी लोग अपने परिवार से बताएं कि उन्हें बहुत मारा जा रहा है। बिना पानी के रखा जा रहा है। मेरे शौहर इतने सीधे हैं कि मुझे देखकर कुछ बोल ही नहीं पा रहे थे। उन्होंने बस मेरी और अम्मी की खैरियत पूछी। मेरी एक डेढ़ साल की बेटी है। अब हमारा कोई नहीं है। सिर्फ शौहर थे, जो हमारा ख्याल रखते थे।
पति पर लगे आरोप निराधार, चुनाव के लिए यह सब हो रहा
ऐसे क्या कोई किसी को बरगला सकता है? क्या वह दूध पीते बच्चे हैं? 32 साल के हैं। कौन उन्हें बरगला लेगा? कौन उनका ब्रेनवॉश कर देगा ? क्या एक घंटे में मेरा इंटरव्यू सुनकर किसी का ब्रेनवॉश हो जाएगा। इतना आसान होता है ब्रेनवॉश करना। मेरे पति के ऊपर लगे आरोप पूरी तरह निराधार हैं। इनका वोट बैंक तैयार हो रहा है। इलेक्शन आने वाले हैं, इसलिए यह सब हो रहा है। वैसे भी, मुसलमान काम किस लिए आते हैं। दाढ़ी वाला मिले और उसे पकड़ कर आतंकवादी बोल दो। सरकार को कुछ तो फायदा मिलता है। वरना निर्दोष को उठाकर ऐसा क्यों करेगी? सिर्फ दाढ़ी देखकर कार्रवाई कर रही है। इनको हमारे घर से कुछ नहीं मिला है। इनका अपना करियर सेट था। कोई खाली तो थे नहीं, इनके अपने बीवी बच्चे हैं, कोई क्यों ऐसी चीजों में पड़ेगा।
देखकर लगा वे डिहाइड्रेटेड हैं
जेबा ने बताया कि मेरे पति की किडनी और गॉल ब्लैडर में पथरी है। वह प्री-डायबिटिक हैं। 6 साल पहले एक्सीडेंट हो गया था, जिसकी वजह से उनके लेफ्ट पैर में रॉड पड़ी है। ऐसे में अगर उनके ऊपर कोई जुल्म करता है, तो कितना गलत होगा। प्री-डायबिटिक होने से जख्म जल्दी नहीं भरते। वह भूखे प्यासे भी नहीं रह सकते हैं। उन्हें देखकर लग रहा था कि वह डिहाइड्रेटेड हैं। डायबिटीज मरीजों को डाइट भी ठीक रखनी पड़ती है। अपने वकील से भी बस यही अपील की है कि उनका मेडिकल कराएं और उनका ख्याल रखें।
पति पर लगे आरोप निराधार, चुनाव के लिए यह सब हो रहा
ऐसे क्या कोई किसी को बरगला सकता है? क्या वह दूध पीते बच्चे हैं? 32 साल के हैं। कौन उन्हें बरगला लेगा? कौन उनका ब्रेनवॉश कर देगा ? क्या एक घंटे में मेरा इंटरव्यू सुनकर किसी का ब्रेनवॉश हो जाएगा। इतना आसान होता है ब्रेनवॉश करना। मेरे पति के ऊपर लगे आरोप पूरी तरह निराधार हैं। इनका वोट बैंक तैयार हो रहा है। इलेक्शन आने वाले हैं, इसलिए यह सब हो रहा है। वैसे भी, मुसलमान काम किस लिए आते हैं। दाढ़ी वाला मिले और उसे पकड़ कर आतंकवादी बोल दो। सरकार को कुछ तो फायदा मिलता है। वरना निर्दोष को उठाकर ऐसा क्यों करेगी? सिर्फ दाढ़ी देखकर कार्रवाई कर रही है। इनको हमारे घर से कुछ नहीं मिला है। इनका अपना करियर सेट था। कोई खाली तो थे नहीं, इनके अपने बीवी बच्चे हैं, कोई क्यों ऐसी चीजों में पड़ेगा।
देखकर लगा वे डिहाइड्रेटेड हैं
मेरे पति की किडनी और गॉल ब्लैडर में पथरी है। वह प्री-डायबिटिक हैं। 6 साल पहले एक्सीडेंट हो गया था, जिसकी वजह से उनके लेफ्ट पैर में रॉड पड़ी है। ऐसे में अगर उनके ऊपर कोई जुल्म करता है, तो कितना गलत होगा। प्री-डायबिटिक होने से जख्म जल्दी नहीं भरते। वह भूखे प्यासे भी नहीं रह सकते हैं। उन्हें देखकर लग रहा था कि वह डिहाइड्रेटेड हैं। डायबिटीज मरीजों को डाइट भी ठीक रखनी पड़ती है। अपने वकील से भी बस यही अपील की है कि उनका मेडिकल कराएं और उनका ख्याल रखें।
कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेशी
एटीएस ने द्वारा पकड़े गए सभी 16 संदिग्धों को मिनी बस और ट्रैवलर से पेशी के लिए कोर्ट लाया गया था। इस दौरान कोर्ट में कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया गया। पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसियों के मेंबर भी मौजूद रहे। मीडिया को दूर ही रोक दिया गया। एनआईए कोर्ट का रास्ता ब्लॉक किया गया था। आरोपियों के वकीलों के अलावा किसी को भी जाने की इजाजत नहीं थी। उनके परिवार के सदस्य भी मिलने आए थे, जिन्हें अलग रोका गया था। पेशी के बाद उनकी मुलाकात कराई गई।
पूछताछ में चौंकाने वाले कई खुलासे
जानकारी के मुताबिक इन संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ में कई खुलासे हुए। पता चला कि इनकी ट्रेनिंग सिमी सदस्यों के एनकाउंटर स्थल अचारपुरा पहाड़ी पर बने फार्म हाउस पर हुई थी। बैरसिया डेम के पास बने फार्म हाउस और भोजपुर नीमखेड़ा गांव में बने कैंपों में भी इन्होंने ट्रेनिंग ली। एटीएस इन फॉर्म हाउसों के मालिक से भी पूछताछ कर रही है।