ओलंपिक के 14वें दिन भारत ने इतिहास रच दिया। पुरुष हॉकी में भारत को ब्रॉन्ज मेडल मिल गया। कांटे की टक्कर में भारत ने 5-4 से हरा दिया। पूरे देश में खुसी का माहौल है और सोशल मीडिया बधाईयों से भर गया है। वहीं सीएम शिवराज ने मध्य प्रदेश से हॉकी टीम में शामिल खिलाड़ियों को 1-1 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है। उन्होंने टीम इंडिया को बधाई देते हुए कहा, ''भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर भारत को गौरवान्वित किया है। मध्यप्रदेश, इटारसी के लाल विवेक सागर व मप्र हॉकी अकादमी से ट्रेनिंग प्राप्त करने वाले नीलकांत शर्मा भी टीम का हिस्सा थे। दोनों को 1-1 करोड़ रुपये सम्मान निधि से पुरस्कृत किया जाएगा।''
40 साल बाद भारत के खाते में मेडल
जर्मनी ने शुरुआत में 1-0 की बढ़त बना ली थी, लेकिन बाद में भारत ने मैच को 1-1 की बराबरी पर ला दिया। इसके बाद जर्मनी ने दो गोल और दाग दिए और 3-1 की लीड ले ली। भारत ने भी ताबड़तोड़ हमले किए और मैच को 3-3 की बराबरी पर ला दिया। इसके बाद भी भारत ने अटैक जारी रखे और 5-3 की लीड ले ली। जर्मनी ने एक और गोल कर मैच को 5-4 पर ला दिया। इसके बाद भारत ने जर्मनी के हमलों को लगातार नाकाम कर दिया। भारत ने ओलंपिक में हॉकी में 40 साल बाद मेडल जीता। इससे पहले 1980 के मॉस्को ओलंपिक में भारत ने हॉकी में गोल्ड जीता था। टोक्यो ओलंपिक में भारत को अब तक 4 मेडल मिल चुके हैं।