Bhopal. मणिपुर में हो रही हिंसा के बीच मध्यप्रदेश के छात्रों की सुरक्षित घर वापसी के लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया है कि प्रदेश के छात्रों को कोलकाता से रुटीन फ्लाइट के जरिए लाया जाएगा। इस बाबत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मणिपुर के मुख्यमंत्री वीरेन सिंह से बात कर ली है। हमारे अतिरिक्त चीफ सेक्रेटरी होम ने मणिपुर के प्रमुख सचिव गृह से चर्चा भी कर ली है।
मणिपुर में फंसे हैं प्रदेश के 20 छात्र
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जानकारी दी है कि मणिपुर में मध्यप्रदेश के 20 छात्र पढ़ रहे हैं। जिनमें से 12 छात्रों से संपर्क हो गया है। सभी छात्रों से संपर्क करने के प्रयास किए जा रहे हैं। 12 में से कुछ छात्रों ने प्रदेश लौटने की इच्छा जताई है जबकि बाकी का कहना है कि वे सुरक्षित हैं। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी मणिपुर में पढ़ रहे छात्रों से फोन पर चर्चा की। सीएम ने कहा है कि सभी बच्चे सुरक्षित हैं। उन्हें वापस लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
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अलग-अलग यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत हैं छात्र
मणिपुर में मध्यप्रदेश के 13 छात्र स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में फंसे हुए हैं। कुछ छात्र सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर में अध्ययनरत हैं। धार के धरमपुरी के छात्र नंदकिशोर ने फोन पर जानकारी दी है कि इंफाल वेस्ट जिला की इरोशिम्बा में आने वाले गेम विलेज में कुकी जनजाति की बहुतायत है। जिस समुदाय से कुकी का विवाद चल रहा है। उन लोगों ने गेम्स विलेज में कई घर जला दिए हैं। हम जिस जगह पर रहते हैं उससे कुछ ही दूरी पर घर जलाए गए हैं। यहां तक कि यूनिवर्सिटी के तीनों ओर लगे जंगल को भी आग के हवाले कर दिया गया है। बारिश के जरिए जंगल की आग बुझ पाई है। पूरी हिंसा का तांडव हम लोगों ने अपनी खिड़की से देखा है।
सिंधिया ने फोन पर ली जानकारी
नंदकिशोर ने यह भी बताया कि केंद्रीय एविएशन मिनिस्ट्री से भी हमारे पास फोन आया था, उन्होंने हालातों की पूरी जानकारी ली। हालांकि अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि अलग-अलग जगहों पर फंसे छात्रों को कब और कैसे एयरलिफ्ट कर मप्र वापस ले जाएंगे।