संजय गुप्ता, INDORE. बड़े लोगों के सामने बेबस इंदौर पुलिस का चेहरा एक बार फिर सामने आया है, जब एक पीड़ित की शिकायत पर बीजेपी नेता और हाल ही में आईडीए के उपाध्यक्ष बने गोलू शुक्ला के जीजा प्रवीण तिवारी पर पुलिस ने 420 का केस दर्ज नहीं किया। पीड़ित ने बाद में कोर्ट में परिवाद लगाया और वहां से हुए निर्देश के बाद थाने में उन पर विविध धाराओं में केस दर्ज किया। थाना एमआईजी में तिवारी पर 420, 467, 468, 471 और 120बी धाराओं में केस दर्ज किया गया।
पुलिस में चला रसूख, इसलिए नहीं की गई एफआईआर
शिकायतकर्ता ने कहा कि सभी दस्तावेज होने के बाद भी पुलिस ने आरोपी पर केस नहीं किया। आरोपी खुलकर बोलता है कि मेरे राजनीतिक पार्टी, राजनेताओं से घरेलू संबंध है, और पुलिस अधिकारियों को अपनी जेब में रखता हूं। वह अपने राजनितिक प्रभाव के कारण बाधा डाल रहा है। इस कारण से केस के लिए परिवाद लगाया गया जिसके बाद आरोपी पर कोर्ट ने केस कर जांच करने के आदेश दिए। इस पर फिर पुलिस ने केस दर्ज किया।
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यह है मामला
अर्जुन ठाकुर की याचिका पर तिवारी पर यह केस दर्ज हुआ है। इसमें है कि उनके पिता वीरेंद्र सिंह ठाकुर ने अपनी इंदौर के सर्वे नंबर 1464/2 से लेकर 1464/9 तक कुल 0.321 हेक्टेयर जमीन आवासीय मल्टी बनाने के लिए टीएंडसीपी से 24 जनवरी 2013 को नक्शा पास कराया था, इसका निर्माण भी पुरा हो चुका था, बाद में पिता की 29 सितंबर 2019 को मौत हो गई। उनकी मौत के बाद आरोपी प्रवीण तिवारी निवासी शंकरबाग, मरीमाता, इंदौर द्वारा डराया धमकाया जा रहा है। ब्लैकमेल करने की नियत से तिवारी द्वारा यहां पर फ्लैट मांगा जा रहा है। इसी नियत से आरोपी न 16 मार्च 2021 को तिवारी द्वारा रमाकांत अवस्थी और तरूण अवस्थी के नाम से टीएंडसीपी में गलत हस्ताक्षर करते हुए शिकायत की गई। यह झूठी शिकायत थी यह थाने में हुई एक शिकायत से से साबित हो चुका है और खुद आरोपी के कई जगह शासकीय विभाग में हस्ताक्षर है। टीएंडसीपी में जाने के उनके फोटो, दस्तावेज भी मौजूद है।