UJJAIN. उज्जैन के महाकाल लोक में रविवार (28 मई) को तेज आंधी से सप्तऋषियों की 7 में से 6 मूर्तियां गिर गईं। घटना शाम चार बजे के करीब की है। हादसे में कई श्रद्धालु बाल-बाल बचे गए। 10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक (एफआरपी) से बनी हैं। उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के नए परिसर स्थित महाकाल लोक का लोकार्पण पीएम नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को किया था।
हादसे के बाद महाकाल लोक बंद
मूर्तियां गिरने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों की टीम महाकाल लोक पहुंच गई। श्रद्धालुओं को परिसर से बाहर किया गया। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम का कहना है कि बहुत तेज आंधी आने के कारण मूर्तियां पेडस्टल से नीचे गिरी हैं। लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक से बनी इन मूर्तियों की लाइफ 10 साल है। पत्थर की मूर्तियां बनने में समय लगेगा। फिलहाल कंपनी को ही इनका रखरखाव करना है। क्रेन की मदद से मूर्तियों को दोबारा लगवाया जाएगा। घटना के लिए जिम्मेदारी तय कर एक्शन लिया जाएगा। फिलहाल मूर्तियों को दोबारा स्थापित करने के लिए महाकाल लोक को बंद किया गया है।
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महाकाल परिसर में दूसरे चरण का काम जारी
महाकाल लोग में अभी निर्माण कार्य जारी है। यहां भगवान शिव समेत अन्य देवी-देवताओं की 190 से अधिक विशाल मूर्तियां लगाई गई हैं। महाकाल लोक परियोजना के पहले चरण पर 310 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। इसके बाद 778 करोड़ की लागत से दूसरे चरण का काम शुरू हुआ। इसके तहत महाकाल परिसर का विस्तार और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।
उज्जैन में दुकान पर पेड़ गिरने से युवक की मौत
उज्जैन के छोटा सराफा में टेलर की दुकान पर पीपल का पेड़ गिर गया। यहां काम कर रहे युवक की टहनियों के बीच दबने से मौत हो गई। एक अन्य घायल हो गया। इससे पहले सुबह सांदीपनि आश्रम के सामने नीम का पुराना पेड़ गिरा था, जिसमें एक कार दब गई थी। कई अन्य जगहों पर भी पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आई हैं।
मौसम विभाग ने जारी किया था अलर्ट
मौसम विभाग ने उज्जैन समेत इंदौर, भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल संभाग में रविवार को तेज हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया था। मौसम विभाग ने बुलेटिन में कहा था कि 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।