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देव श्रीमाली, GWALIOR. चम्बल इलाके में जन्म लेने से पहले ही बेटियों को मारने की घटनाएं अभी भी जारी हैं। यही वजह है कि यहां अभी भी ऐसे गिरोह सक्रिय हैं, जो भ्रूण परीक्षण करने से लेकर एबॉर्शन तक करते है। मुरैना में प्रशासन और पुलिस की साझा टीम ने बीती रात एक गांव में ऐसे ही एक क्लिनिक पर छापा मारा। हालांकि इस गैंग के लोग अपनी अल्ट्रासाउंड मशीन सहित मौके से निकल भागे।
हरियाणा के अफसरों के साथ की कार्रवाई
जानकारी के अनुसार मुरैना जिले के प्रशासन ने यह कार्रवाई हरियाणा सरकार के महिला एवं बाल विकास की टीम की टिप्स पर की। दरअसल हरियाणा में भी कन्या भ्रूण हत्या की बहुत घटनाएं होती है। वहां अधिकारियों को पता चला कि यहां बड़ी संख्या में दलाल सक्रीय हैं, जो गर्भवती महिलाओं को परीक्षण के लिए मुरैना के दूरस्थ गांव में ले जाते हैं। उन्होंने गांव में ही छोटे क्लिनिक खोल रखे हैं। जहां पोर्टेबल मोबाइल मशीन से अल्ट्रासाउंड करके कन्या भ्रूण का पता करते हैं और एबॉर्शन भी कर देते हैं। यह बहुत जानलेवा प्रक्रिया भी है, लेकिन वे पैसे लेकर सब कुछ कर देते हैं।
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हरियाणा की महिला के सहारे पहुंची टीम
हरियाणा में एक महिला के जरिए गैंग तक पहुंचने का जाल बिछाया गया और उसने दलाल से संपर्क किया गया। सौदा पटने पर महिला को लेकर दलाल मुरैना जिले के औद्योगिक क्षेत्र बानमोर के नजदीक ग्राम जैतपुर पहुंचा। इसके पीछे-पीछे सरकार की टीम भी थी।
मुरैना टीम ने की छापामारी
इसके बाद हरियाणा की टीम ने मुरैना प्रशासन के आला अफसरों से संपर्क साधा। मुरैना में पुलिस,प्रशासन और महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने बीती रात छापा मारा, लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर दो मुख्य आरोपी अल्ट्रासाउंड मशीन लेकर मौके से फरार होने में कामयाब हो गए।
चार लोगों पर केस दर्ज
इस मामले में पुलिस ने हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की शिकायत पर चार ज्ञात और एक अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और पीसीएन्डीटी कानून की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
देश भर में फैला है दलालों के जाल
मुरैना में एक गांव में चल रहे इस अवैध और घिनोने कारोबार को दलालों के जरिए किया जाता है। कन्या भ्रूण हत्या या अन्य कारणों से गर्भपात के इक्छुक लोग इनके दलालों के माध्यम से यहां पहुंचते है और यहां उनका अल्ट्रासाउंड करके बताया जाता है कि महिला के गर्भ में पल रहा भ्रूण बेटे का है या बेटी का। इसके बाद यहां खतरनाक और अशिक्षित लोगों की मदद से एबॉर्शन भी करवा दिया जाता है। यह गैंग इसके बदले मोटी रकम बसूलते हैं। यह प्रक्रिया कभी-कभी गर्भवती महिला के लिए जानलेवा भी साबित हो सकती है।
मुख्य आरोपी पहले भी हो चुका है गिरफ्तार
मुरैना के जिला मेडीकल ऑफिसर डॉ. गिर्राज गुप्ता ने बताया कि इस घटना का मुख्य आरोपी पूर्व में वर्ष 2019 मुरैना की संजय कॉलोनी में अवैध भ्रूण परीक्षण करते हुए पकड़ा गया था और जेल से छूटने के बाद उसने गुपचुप तरीके से गांव में दलालों के जरिए काम फिर शुरू कर दिया।