Umariya. उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक बाघ ने जंगली हाथी के बच्चे का शिकार किया है। टाइगर रिजर्व की पनपथा कोर रेंज में गश्त दल को एक डेढ़-2 साल के जंगली हाथी के बच्चे का शव मिला। जिसकी सूचना उन्होने वन्य अधिकारियों को दी। इस दौरान कुछ ही दूरी पर उन्हें एक बाघ टहलता दिखाई दिया। वहीं हाथी के शव पर बाघ के पंजो और दांत के निशान भी मिले हैं।
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हाथी के बच्चे के शिकार की घटना सामने आने के बाद पार्क प्रबंधन ने हाथी के बच्चे का पोस्टमार्टम कराकर उसका अंतिम संस्कार करा दिया है। बता दें कि यह पहली बार है जब बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघ ने हाथी के बच्चे का शिकार किया हो। इससे पहले पार्क में हाथी के शिकार की कोई घटना दर्ज नहीं की गई थी।
टाइगर रिजर्व प्रबंधन की ओर से जानकारी दी गई है कि पनपथा कोर एरिया के चितराव बीट में जंगली हाथी का शव पाया गया। पोस्टमार्टम की डिटेल रिपोर्ट का इंतजार है, हालांकि यह तय है कि बाघ ने ही उसका शिकार किया है। बता दें कि छत्तीसगढ़ से सटे होने के चलते बांधवगढ़ और कान्हा नेशनल पार्क में जंगली हाथियों का झुंड जब-तब आमद दर्ज कराता रहा है। संभवतः हाथी का बच्चा अपने झुंड से बिछड़ चुका होगा, जिसे बाघ ने अपना शिकार बना लिया हो।
पूरा झुंड करता है बच्चों की हिफाजत
वन्य प्राणी विशेषज्ञ बताते हैं कि हाथी अपने पूरे झुंड के बच्चों का काफी खास ध्यान रखते हैं। ऐसे में हाथी के बच्चों का शिकार बाघ के लिए काफी मुश्किल होता है। पूरे झुंड की मौजूदगी में बाघ कभी इतना जोखिम नहीं उठाता।