Damoh. दमोह में आपातकालीन स्थिति में घायल और मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने वाले 108 वाहन के ईएमटी डाक्टर और चालक के साथ प्राइवेट एंबुलेंस के संचालक ने बीती रात मारपीट कर दी। इसके विरोध में 108 वाहन के चालकों ने हड़ताल कर दी और अपने वाहन कोतवाली में खड़े कर दिए। साथ ही कोतवाली टीआई के नाम ज्ञापन सौंपकर मारपीट करने वाले लोगों पर मामला दर्ज करने की मांग की।
सड़क पर एंबुलेंस अड़ाकर रोका रास्ता
पीड़ित कैलाश अहिरवार ने बताया कि वह सोमवार की रात जिला अस्पताल से एक मरीज लेकर जबलपुर मेडिकल कॉलेज जा रहा था। दमोह के प्राइवेट एंबुलेंस के संचालक बिट्टू दुबे, यश हजारी, अलु रैकवार के द्वारा दमोह जबलपुर मार्ग पर कार से 108 वाहन को ओवरटेक किया और उसे रोकने का प्रयास किया, लेकिन मरीज की स्थिति गंभीर थी इसलिए वह अपनी जान दांव पर लगाते जबलपुर पहुंचा और मेडिकल कॉलेज में मरीज को भर्ती करने के बाद वापस आ रहा था । तब गुबरा और सिग्रामपुर के बीच इन्ही तीन लोगों के द्वारा बीच रास्ते पर कार खड़ी कर ली गई जैसे ही उसने अपना 108 वाहन रोका तो तीनों लोगों ने उसके साथ मारपीट की और जातिगत अपमान किया।
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108 एंबुलेंस चालकों ने बंद किया काम
इस बात की सूचना उसने 108 वाहन कंपनी के सुपरवाइजर को दी और मंगलवार की सुबह जिला अस्पताल से चलने वाली सभी 108 एंबुलेंस के चालक हड़ताल पर चले गए और कोतवाली में अपने अपने वाहन खड़े कर दिए। वाहन चालकों का कहना था कि निजी एंबुलेंस के संचालक इसी तरह उनके साथ अभद्रता करते हैं, इसलिए ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। दरअसल निजी एंबुलेंस चालक मरीजों के परिजन से पैसा ऐंठना चाहते हैं, लेकिन निशुल्क 108 एंबुलेंस के कारण उन्हें पेशेंट नहीं मिल पाते। इसी वजह से वे आए दिन एंबुलेंस कर्मियों के साथ मारपीट पर उतारू रहते हैं। पुलिस के द्वारा आश्वासन देने के बाद सभी ने अपने वाहन कोतवाली से निकाले और पुनः अपने अपने प्वाइंट के लिए रवाना हुए।