Damoh. दमोह जिले की देहात थाना की जबलपुर नाका चौकी अंतर्गत बेथलेहम कालेज में शुक्रवार की शाम निर्माणाधीन पानी की टंकी का स्लैब गिरने से तीन मजदूर उसमें दब गए। घटना शुक्रवार रात की है। तत्काल पुलिस और एसडीआरएफ को घटना की जानकारी दी गई थी। सीएसपी अभिषेक तिवारी के साथ पुलिस अमला घटनास्थल पहुंचा और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के बाद मलबे में दबे तीन मजदूरों को 2 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बाहर निकाला गया जिन्हें तत्काल ही इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जहां एक मजदूर बालमुकुंद रैकवार को डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। वहीं दो मजदूरों का इलाज चल रहा है।
मजदूर की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के बाहर शव रख कर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया और काफी देर तक यह धरना प्रदर्शन चलता रहा। इसके बाद कलेक्टर प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद शव को वापस मर्चुरी में रखा गया है आज शव का पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया जाएगा। पुलिस ने इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
घायल मजदूर यूसुफ खान के द्वारा बताया गया कि जबलपुर नाका के समीप बेथलहम कालेज में पानी की टंकी का निर्माण कार्य चल रहा था जिसमें करीब 50 फीट की ऊंचाई पर सेंट्रिंग लगी हुई थी। इसी दौरान टंकी का स्लैब नीचे झुक गया और सेंट्रिंग की बल्ली निकलने लगी। मजदूर अजीज खान और बालमुकुंद रैकवार के साथ बल्ली ठीक कर रहे थे। तभी स्लैब और सेंटिंªग इन मजदूरों के ऊपर गिर गई जिसमें मजदूर दब गए। घटना के बाद वहां हड़कंप के हालत निर्मित हो गए और स्थानीय लोगों ने तत्काल ही जबलपुर नाका चौकी पुलिस को सूचना दी। साथ ही एसडीआरएफ की टीम को सूचित किया। एसडीआरएफ टीम प्रभारी प्राची दुबे अपने सैनिकों के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन करने मौके पर पहुंची और करीब 2 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के बाद 3 मजदूरों को बाहर निकाला गया। इस घटना में मजदूर यूसुफ खान और अजीज खान को बाहर निकाला गया और काफी देर के बाद बालमुकुंद रैकवार को मलबे से बाहर निकालकर उसे भी अस्पताल पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मजदूर की मौत होने के बाद मृतक के परिजन शव लेकर जिला अस्पताल के बाहर निकले और सड़क पर शव रख कर कार्रवाई को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके बाद सभी परिजन शव लेकर वहां से कलेक्टर एसकृष्ण चैतन्य के बंगले पर जा रहे थे। जिसकी सूचना कलेक्टर को पुलिस के द्वारा दी गई और जिला जेल के समीप ही प्रदर्शनकारियों को रोका गया और कलेक्टर मौके पर पहुंचे। कलेक्टर ने परिजनों को आश्वासन दिया है इस मामले की पूरी जांच की जाएगी और ठेकेदार पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही शासन की ओर से जितना भी संभव होगा उतना मुआवजा परिजनों को दिया जाएगा। काफी देर तक हंगामे के हालत बने रहे। इसके बाद परिजन शव लेकर वापस आए, पुलिस के द्वारा मामले की जांच की जा रही है।