Damoh. दमोह में एक निर्दयी व्यापारी ने अपने कर्मचारी को इतना सताया कि उसे जान दे देना आसान लगा। कर्मचारी ने उस पर बीती दास्तान लिखना शुरू किया तो उसके पास कागज कम पड़ गए, जिसके बाद उसने गमछे में अपनी दुख भरी दास्तान और मालिक के जुल्मों की कहानी लिखी और फिर ट्रेन के सामने आकर जान दे दी। यह घटना है दमोह के सागर ओवर ब्रिज की जहां कृष्ण भूषण अहिरवार नाम का शख्स रेल ट्रेक पर बुरी तरह घायल हालत में पड़ा मिला, उसके दोनों पैर शरीर से अलग हो चुके थे। जब तक उसे अस्पताल पहुंचाया जाता, उसकी मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने सुसाइड नोट के 3 पन्ने और वह गमछे मौके से बरामद किया है, जिसमें मृतक ने अपना सुसाइड नोट लिखकर रखा था।
मालिक ने चोरी का लगाया था इल्जाम
दरअसल कृष्ण भूषण कृष्णा सेल्स में कर्मचारी था, यह फर्म आटा व्यापारी प्रदीप बाधवानी की है जो कि एक आटा बेचने की एजेंसी है। अपने सुसाइड नोट में मृतक ने लिखा है कि कुछ महीने पहले मालिक प्रदीप बाधवानी ने उस पर 25 हजार रुपए चोरी का झूठा इल्जाम लगाया था और फिर वसूली के लिए उसका वेतन काटना शुरू कर दिया था। मालिक ने इतनी बेरहमी दिखाई कि वह कृष्ण भूषण का हर महीने पूरा वेतन काट लेता था और परिवार पालने के लिए उधार में अपनी ही एजेंसी से आटा दे देता था। मालिक के इस जुल्म के चलते कर्मचारी न तो घर के अन्य खर्च चला पा रहा था और न ही बच्चों की फीस चुका पा रहा था। फांके जब महीनों खिंचते चले गए तब जाकर कर्मचारी ने अपनी जान दे दी।
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पत्नी ने भी बताई जुर्म की दास्तान
मृतक कृष्णभूषण अपने पीछे परिवार में पत्नी और बेटा-बेटी को छोड़ गया है। अस्पताल में बिलखते हुए पत्नी ने मालिक के जुल्मों के बारे में बताया। पत्नी ने ऐसे क्रूर मालिक पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उधर पुलिस ने शव को पीएम के लिए भिजवाते हुए मर्ग कायम किया है, फिलहाल पुलिस जांच के बाद आगे की कार्रवाई की बात कह रही है। इधर गुस्साए परिजन ने जिला अस्पताल के चौराहे पर ही जाम लगाकर पुलिस पर आरोपी मालिक पर सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर जाम लगाया। हालांकि पुलिस ने जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए जाम को खत्म करा दिया।