Damoh. भाजपा के पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद और बीजेपी के वरिष्ठ नेता डाक्टर रामकृष्ण कुसमरिया, जिन्हे बाबा जी भी कहा जाता है। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वह कह रहे हैं की 2018 में हमसे औकात की बात कही गई थी और जब हमने फील्ड पर औकात दिखाई तो भाजपा सरकार चली गई थी।
दरअसल दमोह की पथरिया विधानसभा क्षेत्र के नंदरई गांव में विकास यात्रा का कार्यक्रम था। भाजपा के कई नेता और पूर्व विधायक इसमें शामिल हुए थे, जिसमें पूर्व मंत्री कुसमरिया भी थे। उन्होंने भाजपा की नीतियों की चर्चा शुरू की। फिर जनसंघ और फिर उमा भारती के मुख्यमंत्री काल का जिक्र करते हुए कहा कि उनके बाद शिवराज सिंह चौहान सीएम बने, तब से वही सीएम बनते आ रहे हैं। बीच में थोड़ी गड़बड़ हो गई थी, वह मेरे कारण हुई थी।
प्रदेश अध्यक्ष से कहा था कि सरकार नहीं आ रही है
मैं क्या करता, मेरी कोई नहीं सुन रहा था। मैंने कहा था मुझे पथरिया से नहीं तो बिजावर, महाराजपुर से टिकट दे दो, कहीं से भी टिकिट दे दो सरकार बनवा दूंगा। उस समय हम लोग इसी तरह यात्राएं करते थे। मैंने प्रदेश अध्यक्ष से कहा की सच्ची बात ये है कि हमारी सरकार नहीं आ रही है। मैंने उनसे कहा कि बुंदेलखंड के सागर जिले को छोड़कर मैंने सभी जगह से चुनाव लड़े हैं। इस क्षेत्र में मेरी एक पीढ़ी की पहचान है मुझे टिकट दे दो, मैं तुम्हारी सरकार बनवा दूंगा, लेकिन वह गलत बात बोल गए थे, इसलिए मुझे ज्यादा गुस्सा आ गया और उस गुस्से का परिणाम जो हुआ वह आप सभी के सामने हैं।
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जबलपुर सांसद राकेश सिंह थे प्रदेश अध्यक्ष
टिकट को लेकर जब मेरी भाजपा अध्यक्ष (उस समय भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह थे) से बात हुई तो उन्होंने मुझसे कहा कि तुम्हारी इतनी औकात है, तो मैंने कह दिया कि अब मैं अपनी औकात फील्ड में दिखाऊंगा, यहां नहीं। मैं इतना सीनियर और तुम कल के अध्यक्ष बने और औकात की बात कर रहे हो। ऐसे में तो किसी को भी गुस्सा आ जाएगा इसलिए मुझे भी आ गया और भाजपा की सरकार चली गई।
बीमारी की गोली दे दी तो सब ठीक हो गया
मैंने जो किया उसके बाद से बहुत कुछ ठीक हो गया, क्योंकि जब थोड़ा सा झटका लग जाता है तो सब ठीक हो जाता है । कहीं जब बीमारी लग जाती है, तो जैसे मलेरिया की गोली दी जाती है वैसे ही मैंने भी गोली दे दी और उसके बाद सबको समझ में आ गया और जब समझ में आ गया, तो फिर से सब कुछ ठीक चलने लगा। अब सब ठीक है। मेरे कारण 12-14 विधायक गए थे और अब 25 लौटकर आ गए। अब क्या चाहते हो मय ब्याज के तो दिला दिए हैं।
बाबा जी ने दमोह, पथरिया से लड़ा था निर्दलीय चुनाव
वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में डॉ रामकृष्ण कुसमरिया पथरिया विधानसभा क्षेत्र से विधायक की टिकट मांग रहे थे, लेकिन पार्टी ने वहां से विधायक लखन पटेल को अपना प्रत्याशी बना दिया। कुसमरिया को लगा कि पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के कारण पथरिया से उनका टिकट काटा गया है। कुसमरिया ने पार्टी के वरिष्ठों से अपनी टिकट के लिए काफी प्रयास किए, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। गुस्से में आकर कुसमरिया ने पथरिया और दमोह दोनों जगह से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में फॉर्म भर दिया। नतीजा ये हुआ कि दोनों जगह से ही भाजपा के प्रत्याशी चुनाव हार गए। इसके बाद कुसमरिया भाजपा छोड़कर काग्रेस में चले गए और फिर भाजपा में वापस आ गए।