Damoh. दमोह में धर्मांतरण मामले में दर्ज मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से हिंदू संगठन नाराज है और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मंगलवार शाम उन्होंने विरोध प्रदर्शन करते हुए शव यात्रा निकाली और आरोपियों व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर अस्पताल चौराहे पर पुतला फूंका । हिंदू जागरण मंच के नित्या प्यासी ने बताया कि मिशनरी संस्थान के जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, उन्हें अभी तक पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया। बता दें कि दो अलग - अलग धर्मांतरण से जुड़े मामलों में 18 लोगों को आरोपी बनाया गया है , लेकिन पुलिस ने अभी तक एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है इसलिए हिंदू संगठन के लोगों का कहना है कि प्रशासन जानबूझकर आरोपियों को संरक्षण दे रहा है और गिरफ्तारी नहीं हो रही है।
पासी ने कहा कि इसलिए वह इस तरह से विरोध प्रदर्शन करते हुए धर्मांतरण के आरोपियों को संरक्षण देने वालों और प्रशासन के खिलाफ विरोध जता रहे हैं । नित्य प्यासी ने कहा कि इन आरोपियों के संस्थानों में काम करने वाले गैर ईसाइयों पर दबाव बनाकर उनसे प्रशासन को ज्ञापन दिलवाए जा रहे हैं, ताकि प्रशासन आरोपियों के खिलाफ नरम रवैया अपनाए इसलिए उनकी मांग है कि तत्काल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए।
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष ने कर्मचारियों के ज्ञापन पर किया ट्वीट
उधर धर्मांतरण के मामले में बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो नजर रखे हुए हैं। मंगलवार को गैर ईसाई कर्मचारियों के द्वारा केंद्रीय मंत्री और दमोह एसपी को जो ज्ञापन सौंपा गया है उस पर बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष ने ट्वीट करते हुए लिखा है की बच्चों के अधिकारों के हनन करने वाले अपराधियों के समर्थन में बिना शासकीय अनुमति प्रदर्शन, जुलूस आयोजित करने वाले व शामिल होने वालों के विरुद्ध दमोह कलेक्टर और दमोह एसपी को कार्रवाई करनी होगी।