Damoh. दमोह जिले के तेंदूखेड़ा ब्लॉक के तेजगढ़ हर्राई में नौकरी से निकाले जाने के कारण एक कर्मचारी पावर हाउस पर चढ़ गया और आत्महत्या करने का प्रयास किया। काफी मिन्नतों और आश्वासन के बाद शाम को यह कर्मचारी नीचे उतरा था। लेकिन कुछ ही देरी में दूसरा कर्मचारी भी इसी पावर हाउस पर चढ़ गया। क्योंकि इसे भी नौकरी से हटाया गया है। अधिकारी फिर मौके पर पहुंचे और नीचे उतरने का निवेदन किया। करीब दो घंटे बाद यह कर्मचारी नीचे आया। इस दौरान करीब 8 घंटे तक कई गांव की बिजली गुल रही क्योंकि इसी पावर हाउस से बिजली सप्लाई होती है।
हैल्पर के पद पर काम करने वाले सत्येंद्र सिंह लोधी को भी नौकरी से हटा दिया गया है। वह पिछले पांच वर्ष से आउटसोर्स पर नौकरी कर रहा था और उसे भी योग्यता के अभाव में नौकरी से अलग कर दिया गया है। प्रहलाद अठया के नौकरी से हटने के बाद जब वह पावर हाउस पर चढ़ा और हंगामा किया तो उसकी मांग पूरी हुई और अधिकारियों ने उसे वापस नौकरी पर रखने का आश्वासन दे दिया। यही देख सत्येंद्र सिंह ने भी अपनी मांग पूरी करवाने के लिए यह तरीका अपनाया। करीब दो घंटे तक वह पावर हाउस पर चढ़ा रहा। हालांकि इस दौरान बिजली बंद रही जिससे कोई घटना नहीं घट सकी।
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इसके बाद असिस्टेंट इंजीनियर एमके मंडलोई मौके पर पहुंचे और कर्मचारी को नीचे उतरने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं माना जब उसे पुनः नौकरी पर रखने का आश्वासन दिया तब वह कर्मचारी नीचे उतरा। मंडलोई ने बताया की ठेकेदारी के नियम के अनुसार इन कर्मचारियों की उतनी योग्यता नहीं है जितनी चाहिए है इसलिए नए लोगों की भर्ती की जा रही है और यह लोग इस बात को समझ नही रहे और हंगामा कर रहे हैं।
कर्मचारियों के इस खंभा चढ़ो अनशन के कारण इलाके के गांव की 8 घंटे तक बिजली गुल रही। ग्रामीण इस बात से काफी परेशान हुए। ग्रामीणों को अब इस बात की चिंता हो रही है कि कहीं फिर से कोई तीसरा कर्मचारी पावर हाउस पर न चढ़ जाए, वरना उन्हें फिर बिना बिजली के रहना पड़ेगा।