Damoh. दमोह में नियमितीकरण की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट के सामने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का विरोध प्रदर्शन जारी है। गुरूवार को इन कर्मचारियों ने भैंस को सरकार मानकर उसके आगे बीन बजाकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इन संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि लगातार मांग करने के बाद भी सरकार उनकी नहीं सुन रही है। इसलिए उन्हें ऐसा लगता है कि वो भैंस के आगे बीन बजा रहे हैं। अप्रत्यक्ष रूप से ही सही इन संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने सरकार को भैंस मानकर विरोध प्रदर्शन किया।
कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती वह अपना धरना जारी रखेंगे। इधर संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर जाने के कारण स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित होने लगी हैं। स्थायी स्टाफ से स्वास्थ्य संस्थानों में ज्यादा काम लिया जा रहा है जिससे उन पर काम का बोझ बढ़ रहा है। संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि उन्हें इस बात का दुख है कि उनके हड़ताल पर जाने के कारण स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं, लेकिन उनकी मजबूरी है। सरकार से कई बार अनुरोध किया गया है , लेकिन बात नहीं सुनी जा रही , इसलिए उन्हें मजबूरी में अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाना पड़ा है।
हड़ताल पर जाने के पहले इन कर्मचारियों ने एक रैली निकालकर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम पत्र दिया था उसके बाद कलेक्ट्रेट के बाहर पंडाल लगाकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी थी। उसके बाद खून से पत्र लिखकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भिजाए थे, फिर सड़क पर मानव श्रंखला बनाकर विरोध जताया था और गुरूवार को भैंस के आगे बीन बजाकर अपना विरोध जताया है।