GUNA. सिंधिया परिवार की चौथी पीढ़ी के सदस्य एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र महा आर्यमन सिंधिया 4 फरवरी, शनिवार को गुना पहुंचे। उन्होंने फतेहगढ़ में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की स्मृति में 2 दिवसीय खेल महोत्सव की शुरुआत की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाआर्यमन ने सबसे पहले दर्शकों से उनका हालचाल जाना। उन्होंने कहा कि मैं भी आप सबसे मिलने के लिए काफी उत्साहित था। ये कार्यक्रम कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है। मैं आप सबसे मिलने, बातचीत करने और आपको समझने आया हूं। हम क्रिकेट और खेल का प्रस्ताव आगे बढ़ाने के लिए आए हैं। यहां आने के लिए आप सबको बहुत धन्यवाद देना चाहूंगा। इस अवसर पर उनके साथ पंचायत मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया भी थे।
युवराज ने खेल प्रतियोगिताओं का किया शुभारंभ
बता दें कि सिंधिया के स्वागत को लेकर पंचायत मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया के नेतृत्व में गुना से लेकर बमौरी फतेहगढ़ तक ऐतिहासिक तैयारियां की गई थी।
कार्यक्रम के मुताबिक महाआर्यमन सुबह 9:45 बजे गुना पहुंचे थे। इसके बाद दोपहर में उन्होंने हनुमान टेकरी पर दर्शन किए। इसके बाद शाम को करीब पांच बजे शिवाजी नगर मुहाल कॉलोनी में शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यर्पण किया और फतेहगढ़ पहुंचे। यहां कन्या पूजन के साथ विभिन्न खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ उन्होंने किया। युवराज ने खिलाड़ियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में मुंबई के कलाकारों ने ड्रोन शो ने प्रस्तुति दी। इसके बाद रंगारंग कार्यक्रम और कम्प्यूटराइज अतिशबाजी हुई।
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सिंधिया परिवार की कर्मभूमि है गुना
उल्लेखनीय है कि गुना की धरती पर सिंधिया परिवार की यह चौथी पीढ़ी की दस्तक होगी। हालांकि यह उनका चुनावी दौरा नहीं है। वैसे सिंधिया परिवार के सदस्यों ने अब तक चुनावी राजनीति का आरंभ गुना से ही किया है, जिसमें राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने 1956, माधवराव सिंधिया ने 1971, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 2002 में पहला लोकसभा यहीं से लड़ा था।
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