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देव श्रीमाली, GWALIOR. शासकीय सेवा में नियमितीकरण की मांग को लेकर पिछले 10 दिनों से मध्य प्रदेश की सरकार की सद्बुद्धि के लिए आंदोलन कर रहे अतिथि विद्वानों का धैर्य अब जवाब देने लगा है। सरकार के किसी नुमाइंदे और जनप्रतिनिधि ने जब उनकी कोई सुध नहीं ली तो अतिथि विद्वानों ने अनूठे ढंग से अपनी मांग सरकार तक पहुंचाने के लिए प्रदर्शन किया। ग्वालियर के फूलबाग स्थित आंदोलन स्थल से अतिथि विद्वान दंडवत होकर मंशापूर्ण हनुमान मंदिर की शरण में पहुंचे और सरकार की सद्बुद्धि की मांग की।
अतिथि विद्वानों के साथ आंदोलन कर रहीं डॉ अर्चना श्रीवास्तव का कहना है कि पिछले 21 सालों से वह प्रदेश में सेवाएं दे रहे हैं और हायर एजुकेशन की सभी शर्तों को पूरा कर रहे हैं। बावजूद उसके ना तो उनको नियमित किया जा रहा है और ना ही नियमित शिक्षकों की तरह अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं।
कांग्रेस सरकार में शिवराज साथ थे अब चुप्प
डॉ मनोज शर्मा का कहना है कि अतिथि विद्वानों से कॉलेजों में लगातार काम लिया जा रहा है और उन्हें छुट्टी तक नहीं मिल पाती है। कांग्रेस सरकार के समय जहां प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह ने उनकी मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया था तो वहीं सरकार बनने के साथ ही अब शिवराज सिंह उनकी सुध नहीं ले रहे हैं और मजबूरन होकर उन्हें यह आंदोलन करना पड़ रहा है।
मांगी सरकार के लिए सदबुद्धि
मंशापूर्ण हनुमान मंदिर पहुंचकर सभी आंदोलनकारियों ने भगवान से प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि उन सबने बजरंगवली से सरकार के लिए सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की ताकि वह उनके साथ न्याय कर सकें।