Jabalpur. जबलपुर के भेड़ाघाट में अब धुआंधार से लेकर स्वर्गद्वारी और पंचवटी में महिलाई-रिक्शा चालक पर्यटकों को संगमरमरी वादियों की सैर कराऐंगी। महिला पर्यटकों की संख्या बढ़ाने और सुरक्षित माहौल बनाने के लिए यह फैसला लिया गया है। वहीं इससे क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद मिलेगी। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड की पहल पर जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला में इस बाबत जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष विनोद गोंटिया ने कहा कि लम्हेटाघाट ब्रिज बनने के बाद भेड़ाघाट में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी। देर रात भी आवाजाही होगी। ऐसे में स्थानीय समुदाय को जागरुक करने की जरूरत है। ताकि पर्यटक सुरक्षित महसूस करें। उन्होंने कहा कि महिलाओं को पर्यटन स्थल के सभी क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी जाए और उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाऐंगे।
सोलो वुमन ट्रैवलिंग को दिया जाएगा बढ़ावा
यूएन वुमन प्रतिनिधि वर्षा सिंह ने सोलो वुमन ट्रेवल के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमें अपने शहर की प्रतिष्ठा का ध्यान रखकर सजग और जागरूक होना होगा। अधिवक्ता अंशुमान सिंह और चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रवि गुप्ता ने भी इस कार्यशाला में अपने विचार रखे।
सेफ्टी ऑडिट की अनिवार्यता पर बल
इधर कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी ने कहा कि पर्यटन विकास के लिए सुरक्षित पर्यटन के लिए ठोस एक्शन प्लान की आवश्यकता है। पर्यटन स्थलों का सेफ्टी ऑडिट हो। असुरक्षित स्थानों को चिन्हित किया जाए। एमपीटीबी के संचालक कौशल डॉ मनोज कुमार सिंह ने कहा कि स्थानीय समुदाय के सहयोग से भेड़ाघाट या किसी भी अन्य स्पॉट को टूरिज्म फ्रेंडली बनाया जा सकता है। कार्यक्रम में जबलपुर पुरातत्व पर्यटन व संस्कृति परिषद के नोडल अधिकारी हेमंत सिंह ने भेड़ाघाट में सुरक्षित पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण जानकारी दी।