JABALPUR. आदतन अपराधी और अवैध शराब कारोबारी नारायण जायसवाल और उसके बेटों ने पड़ोस में रहने वाले योगेश सेन पर तलवार से हमला कर दिया और मरा समझकर भाग गए। आरोपी प्रतीक और गौरव जायसवाल ने पड़ोसी योगेश पर 25 से 30 वार तलवार से हमला किया और बाद में पत्थर पटककर भाग गए। घटना गुरुवार (18 मई) को अधारताल क्षेत्र के कटरा में हुई। पुलिस ने भी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामला शनिवार (20 मई) को वीडियो आने के बाद सामने आया।
आठ महीने पहले आरोपियों की शिकायत एसपी से की थी
योगेश सेन भारतीय जनता युवा मोर्चा के मंडल प्रभारी हैं और करीब आठ महीने पहले आरोपियों की करतूतों की शिकायत एसपी और कलेक्टर से की थी। जिसके बाद नारायण के बेटे प्रतीक को जेल हो गई थी, अभी कुछ दिन पहले ही जेल से छूट कर आया था और अब योगेश सेन पर जानलेवा हमला कर दिया।
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शराब माफिया की मोहल्ले वालों ने की थी शिकायत
योगेश सेन ने बताया कि मैं आधारताल क्षेत्र के कटरा में परिवार समेत रहता हूं। पेशे से ड्राइवर हूं। भाजयुमो में मंडल प्रभारी हूं। पड़ोस में जायसवाल परिवार रहता है। परिवार के मुखिया नारायण जायसवाल, उसकी पत्नी और बेटे प्रतीक और गौरव जायसवाल भी अवैध शराब के कारोबार में लिप्त हैं। वह आए दिन लोगों से झगड़ा करते रहते हैं। इस कारण उनसे पूरा मोहल्ला परेशान है। करीब आठ महीने पहले सभी ने इकट्ठा होकर अधारताल थाना, एसपी ऑफिस और तत्कालीन कलेक्टर इलैयाराजा टी से शिकायत कर दी। कलेक्टर के निर्देश पर पुलिस ने प्रतीक जायसवाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। कुछ ही महीने पहले प्रतीक जमानत पर बाहर आ गया।
मैं चिल्लाता रहा और वे नहीं रुके
18 मई की रात मैं खाना खाकर घर के बाहर फोन पर बात करते हुए टहल रहा था। इसी दौरान चार से पांच लड़के दौड़ कर सामने से निकले। जब तक मैं कुछ समझ पाता, तब तक प्रतीक जायसवाल और गौरव जायसवाल तलवार और लाठी से लैस होकर आए। एक ने पहले मेरी गर्दन पर डंडा मारा और धक्का देकर नीचे गिरा दिया। इसके बाद ताबड़तोड़ दोनों तलवार और डंडे से वार करना शुरू कर दिया। उन्होंने करीब तलवार से 25 से 30 वार पैरों में किए। मैं चिल्लाता रहा। उन्हें मना करता रहा, लेकिन वे नहीं रुके। उन्हें कतई दया नहीं आई। आखिरकार मैं बेहोश हो गया। उन्हें लगा कि मैं मर गया। इसके बाद मुझे लहूलुहान हालत में वहीं छोड़कर भाग गए। परिजनों को पता चला, तो वह पहुंचे। मुझे जिला अस्पताल पहुंचाया। यहां दोनों पैरों में टांके लगे हैं।
पत्नी ने दिए हमले के सीसीटीवी फुटेज
योगेश की पत्नी ने घर पर लगे सीसीटीवी फुटेज अधारताल थाना पुलिस को दिए। थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई। पुलिस को यकीन नहीं हो रहा था कि सीसीटीवी में जो घटना दिख रही है, वह योगेश के साथ हुई है। हालांकि, पुलिस ने प्रतीक और गौरव के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
बदला लेने के लिए किया हमला
बताते हैं, प्रतीक और उसके परिवार वालों को लग रहा था कि योगेश ने ही मोहल्ले के लोगों को इकट्टा करके शिकायत करवाई है। उन्होंने योगेश से बदला लेने की ठान ली। प्रतीक और उसके परिवार वालों ने कई बार गाली-गलौज कर धमकी दी थी। इस कारण योगेश ने घर के बाहर सीसीटीवी भी लगवा लिए थे।
जायसवाल परिवार पर 100 से ज्यादा केस
जानकारी के मुताबिक जायसवाल परिवार आदतन अपराधी हैं। चारों ही सदस्यों पर कई मामले दर्ज हैं। नारायण जायसवाल पर विभिन्न थानों में अवैध शराब तस्करी के 50 से ज्यादा केस दर्ज हैं, जबकि गौरव पर 12, प्रतीक पर 23 मामले दर्ज हैं। इसके अलावा, आरोपियों की मां कुसुम पर भी 27 से अधिक अवैध शराब के मामले दर्ज हैं। यही नहीं, प्रतीक के खिलाफ जिला बदर की भी कार्रवाई हो चुकी है। बावजूद अधिकतर समय वह जबलपुर में ही रहता था।
पुलिस ने कही अवैध वसूली की बात
अधारताल पुलिस के मुताबिक योगेश सेन घर के बाहर घूम रहा था, तभी प्रतीक और गौरव उसके पास आए। योगेश से 5 हजार रुपए मांगे। नहीं देने पर आरोपियों ने तलवार और लाठी से हमला कर दिया। इसके अलावा नारायण जायसवाल के खिलाफ भी वारदात के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज किया है।
योगेश की मांग, आरोपियों का मकान टूटना चाहिए
योगेश सेन ने पुलिस-प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं। योगेश का कहना है कि सरकार जब माफियाओं पर कार्रवाई कर रही है, तो क्या उनको ये माफिया परिवार नहीं दिख रह। पूरे परिवार पर करीब 100 से ज्यादा केस दर्ज हैं। इनका मकान भी टूटना चाहिए।