Jabalpur. जबलपुर में चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया से बर्खास्त बिशप पीसी सिंह के परिवार पर लगा ग्रहण छटने का नाम नहीं ले रहा है। ईसाई मिशनरी की जमीन हथियाने और संस्थाओं से फर्जीवाड़ा करने के मामले में अब उसकी पत्नी नोरा सिंह को भी ईओडब्ल्यू ने आरोपी बना दिया है। इससे पहले मामले में पूर्व बिशप पीसी सिंह, बेटा पीयूषपाल सिंह, करीबी सुरेश जैकब जेल में हैं। नोरा सिंह पर आरोप है कि पति पीसी सिंह के बिशप रहते ईसाई मिशनरी की संस्थाओं में खूब हस्तक्षेप किया और मोटी रकम भी डकारी। यहां तक कि वह चर्च की संपत्तियों की लाभार्थी भी रहीं।
पूर्व बिशप ने कई संस्थाओं में उसे डायरेक्टर बनाया था, जिनमें बड़े पैमाने पर आर्थिक घपले किए गए। ईओडब्ल्यू ने जांच में नोरा सिंह की भी संलिप्तता इन घोटालों में पाई है। इसलिए इस षड़यंत्र में शामिल होने का आरोपी बनाया गया है। हालांकि गंभीर बीमारी से ग्रसित होने के चलते अभी उसकी गिरफ्तारी नहीं की गई है। संभवतः चालान पेश करने के साथ ही नोरा को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
ईओडब्ल्यू के सूत्रों की मानें तो नोरा सिंह पर 72 लाख रुपए के घपले में मिलीभगत के साक्ष्य मिले हैं। यह रकम स्कूलों को मिली फीस से गलत तरीके से हासिल कर खर्च की गई थी। नोरा विकास आशा केंद्र और शिशु संगोपन गृह की पूर्वकालिक वेतनभोगी डायरेक्टर रहीं। इसके अलावा नोरा को क्राइस्ट चर्च सीनियर स्कूल फॉर ब्वायज एंड गर्ल्स आईसीएसी विंग, क्राइस्ट चर्च गर्ल्स स्कूल हॉस्टल, स्कूल विथ नो इंफ्रास्ट्रक्चर में मैनेजर भी बनाया गया था। इसके अलावा वह कटनी, दमोह और बिलासपुर के स्कूल और हॉस्टल की भी मैनेजर थीं।