Jabalpur. जबलपुर में पहले तो अधिकारियों ने सैटेलाइट इमेज के जरिए धान की फसल वाले क्षेत्रों का ऊटपटांग सत्यापन कर दिया। इसके बाद गड़बड़ी सामने आई तो सभी खसरों का रिवैरीफिकेशन कराया गया। अब आलम यह है कि पुनर्सत्यापन हो जाने के बाद भी ऐसे किसान अपनी धान बेचने के लिए स्लॉट बुक नहीं करा पा रहे हैं। परेशान किसानों ने जिला आपूर्ति नियंत्रक कमलेश टांडेकर के दफ्तर में आमद दर्ज कराई और अधिकारी को घेर लिया। इस दौरान जिला आपूर्ति नियंत्रक भी थोड़ा देर के लिए असहज हो गए।
आत्महत्या की भी दी धमकी
इस दौरान किसानों ने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि गलती अधिकारियों की थी। पुनर्सत्यापन भी हो गया लेकिन वे अपनी फसल नहीं बेच पा रहे हैं। सिर पर कर्ज और फसल न बेच पाने से परेशान किसानों के सामने अब केवल आत्महत्या का ही विकल्प बचा है। किसानों ने जिला आपूर्ति अधिकारी को आत्महत्या की नौबत आने की दुहाई दी। इस दौरान किसान काफी नाराज भी दिखाई दिए।
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अधिकारी को नहीं थी जानकारी
उधर जिला आपूर्ति नियंत्रक कमलेश टांडेकर खुद हैरान थे कि आखिर किसानों के स्लॉट बुक क्यों नहीं हो रहे हैं। बता दें कि स्लाट बुकिंग की अंतिम तारीख 6 जनवरी थी, खसरों के पुनर्सत्यापन के बाद जानकारी 6 जनवरी के बाद फीड की गई है। जिस कारण अब किसानों के स्लॉट बुक नहीं हो पा रहे हैं। वहीं जिन किसानों की फसल बिक चुकी है उनका भुगतान अटका पड़ा है। जिला आपूर्ति नियंत्रक ने किसानों को आश्वस्त किया है कि उनकी समस्या का जल्द निराकरण कराया जाएगा। तब कहीं जाकर किसान दफ्तर से वापस गए।