Jabalpur. कांग्रेस के लिए महाकौशल की कमजोर सीटों पर कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के अभियान पर निकले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने जबलपुर दौरे में बीजेपी विधायक अजय विश्नोई और सुशील तिवारी इंदु पर निशाना साधा था। सुशील तिवारी इंदु खुद पर लगाए गए आरोपों पर दिग्विजय को नोटिस थमा चुके हैं वहीं अब पाटन से विधायक और पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने भी दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा। अजय विश्नोई को दिग्विजय सिंह ने नाराज भाजपा का सदस्य बताया था, इस पर विश्नोई ने कहा है कि दिग्विजय सिंह चतुर राजनीतिज्ञ हैं, कम से कम उन्होंने यह तो माना कि मैं बीजेपी के साथ हूं, इसके लिए उनका धन्यवाद। हालांकि इस धन्यवाद के बाद अजय विश्नोई ने कहा कि दिग्विजय सिंह पुराने तीरंदाज हैं लेकिन अब वे कितनी भी तीरंदाजी कर लें, वे अपने तीरों से शिकार एक भी नहीं कर पाएंगे।
नहीं चाहिए कांग्रेस की सहानुभूति
दिग्विजय सिंह ने जबलपुर में विधायक अजय विश्नोई के असंतुष्टि के जख्म को कुरेद दिया था, इस पर विश्नोई ने कहा है कि मुझे किसी की सहानुभूति की जरूरत नहीं है, खासकर के कांग्रेस से तो कतई नहीं। बता दें कि बीजेपी के कद्दावर नेताओं में शुमार अजय विश्नोई कई मर्तबा अपनी ही सरकार को घेर चुके हैं और आरोप भी लगा चुके हैं। राजनैतिक विश्लेषक बताते हैं कि अजय विश्नोई अपनी वरिष्ठता के अनुसार मंत्री पद न मिलने से असंतुष्ट हैं।
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कमलनाथ ने भी कई जिलों को नहीं दिया था प्रतिनिधित्व
महाकौशल में खासकर जबलपुर से एक भी मंत्री नहीं बनाए जाने के सवाल पर अजय विश्नोई ने कहा कि पहले दिग्जिवय सिंह और कमलनाथ को यह जवाब देना चाहिए। क्या उन्होंने प्रदेश के हर जिले से एक मंत्री बनाया था? जिन जिलों से उन्होंने एक भी मंत्री नहीं बनाया था, तब कौन-कौन से विधायकों ने इस्तीफे दे दिए थे। दरअसल दिग्विजय सिंह ने अपनी प्रेसवार्ता में कहा था कि जबलपुर से एक भी मंत्री नहीं बनाए जाने के चलते स्थानीय बीजेपी विधायकों को इस्तीफा दे देना चाहिए था। अजय विश्नोई ने इस मसले पर दो टूक राय देते हुए कहा कि खुदा न खास्ता यदि कांग्रेस सरकार बनती है तो क्या दिग्विजय और कमलनाथ यह घोषणा करेंगे कि हर जिले से एक-एक मंत्री बनाया जाएगा।
गैरों के लिए हम 105 का दिया संदेश
अजय विश्नोई ने अपनी नाराजगी के सवाल पर दो टूक जवाब देकर वही संदेश दिया है, कि गैरों के लिए हम 100 और 5 नहीं बल्कि 105 हैं। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान ही उन्होंने सामान्य बातचीत में यह कह दिया था कि यह मेरा अंतिम चुनाव है, जिस प्रकार उन्होंने प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का विरोध किया है, उसे देखकर यही लगता है कि शायद अब वे विधानसभा चुनाव लड़ भी न पाएं, लेकिन बावजूद इसके अजय विश्नोई ने दिग्विजय सिंह के उकसाने वाली राजनीति पर करारा जवाब दिया है।