Jabalpur. जबलपुर के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में कुलसचिव डॉ ब्रजेश मिश्रा जब अपने कार्यालय पहुंचे तो नाराज कर्मचारियों ने उनके कमरे में ही धरना देना शुरू कर दिया। कर्मचारियों ने पिछले दिनों कुलसचिव को 9 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन दिया था। लेकिन बजाय उनकी मांगों को पूरा करने के विश्वविद्यालय प्रशासन ने वित्त नियंत्रक को वाहन अलॉट करा दिया। जिससे कर्मचारियों का पारा और भी बढ़ गया। दरअसल कर्मचारियों की छोटी-छोटी मांगों को पूरा कराने के आवेदन पर प्रबंधन फंड की कमी का हवाला देता है। वहीं वित्त नियंत्रक को जो वाहन अलॉट हुआ है उसका खर्चा लाखों में है।
कर्मचारी संघ के नेताओं का कहना है कि आखिर किस नियम के तहत विश्वविद्यालय प्रशासन ने वित्त नियंत्रक को वाहन उपलब्ध कराया है, जिसका लाखों का बिल जमा किया जा रहा है। दूसरी ओर तकनीकी सहायकों से जुड़े एक मामले में वित्त समिति की रिपोर्ट गुम हो गई थी। जिसके जिम्मेदारों पर अब तक कार्रवाई नहीं की गई है। दरअसल कर्मचारियों ने जो 9 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा था उसमें नियमितीकरण, चिकित्सा भत्ता जैसे मुद्दे शामिल थे। अब कर्मचारी इस बात पर अड़ गए हैं कि वित्त नियंत्रक को अलॉट किया गया वाहन विश्वविद्यालय प्रशासन वापस ले, ताकि गाड़ी में इठलाते वित्त नियंत्रक दोबारा पैदल हो जाएं या अपनी गाड़ी से आएं जाएं। दूसरी ओर कर्मचारियों ने पूरी की पूरी फाइल गायब करने वालों पर एफआईआर दर्ज कराने की मांग रख दी है।
कर्मचारियों के इस व्यवहार से सुबह-सबेरे कुलसचिव भी काफी असहज नजर आए। हालांकि उन्होंने कर्मचारियों को समझाइश भी दी और उनकी जायज मांगों को जल्द पूरा कराने का आश्वासन एक बार फिर दिया है।