जबलपुर में बीवी रूठकर गई मायके तो जीजा ने किया था साले का कत्ल, लाश ठिकाने लगाने बोरे में भरकर फेंका था, अंधी हत्या का खुलासा

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Rajeev Upadhyay
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जबलपुर में बीवी रूठकर गई मायके तो जीजा ने किया था साले का कत्ल, लाश ठिकाने लगाने बोरे में भरकर फेंका था, अंधी हत्या का खुलासा

Jabalpur. जबलपुर के पनागर थाना इलाके में बोरे में मिली युवक की लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस को लंबे समय से मृतक की शिनाख्त का इंतजार था। मृतक की पत्नी ने जब उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई तो पुलिस ने शव की शिनाख्त करा ली और इसके बाद युवक की हत्या की पड़ताल शुरू हो गई थी। पुलिस ने जब मृतक के परिजनों से पूछताछ की तो सारा मामला पानी की तरह साफ हो गया। पूछताछ में खुलासा हो गया कि मृतक की बहन अपने पति से विवाद के बाद घर छोड़कर चली गई थी। जिसे ढूंढते हुए आरोपी जीजा सुखदेव मृतक के पास पहुंचा था और गुस्से में उसका कत्ल कर दिया था। बाद में लाश को बोरे में भरकर ट्रैक्टर से पनागर के खेत में फेंक आया था। 



पुलिस ने बताया कि मृतक की शिनाख्त बीजाडांडी के सुनील भवेदी के रूप में हुई थी जो ट्यूबवेल में काम करता था। उसका जीजा कई किलोमीटर दूर बेलखाडू का निवासी था। सुखदेव और उसकी पत्नी के बीच 22 फरवरी को किसी बात को लेकर विवाद हुआ। विवाद इतना बड़ा की पत्नी बिना बताए घर से निकल गई थी। वहीं पत्नी की तलाश में सुखदेव 28 मार्च को नूनसर पहुंचा था और मृतक से अपनी पत्नी के बारे में जानकारी ली। साले सुनील ने उसे बहन के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। जिसके चलते गुस्से में आकर सुखदेव ने सुनील के साथ मारपीट की और उसे मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद सुखदेव ने सुनील को अर्धनग्न किया लाश को बोरे में भरा और अपने साथी की मदद से लाश को ट्रैक्टर में रखकर पनागर के बघौरा पुलिया के पास फेंक कर चला गया था।




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  • पत्नी ने की थी मृतक की शिनाख्त



    दरअसल पुलिस कई हफ्तों से मृतक की शिनाख्तगी के प्रयास कर रही थी। कई दिन तक सुनील का कुछ पता ठिकाना नहीं लगा तब उसकी पत्नी भागवती ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मृतक के हुलिए के आधार पर पुलिस ने उससे शव की शिनाख्तगी कराई। इसके बाद पुलिस ने मृतक के जीजा को अभिरक्षा में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया है जहां से उसे जेल भेज दिया गया। 



    मारपीट का बदला लेने की थी बुजुर्ग गार्ड की हत्या



    इधर गोराबाजार पुलिस ने धुरेड़ी के अगले दिन स्पोर्ट्स क्लब के पास हुई बुजुर्ग गार्ड की हत्या पर से पर्दा उठा दिया है। मृतक गुलाबचंद की हत्या उसके साथी चौकीदार वीरेंद्र मरावी ने ही की थी। वह अपनी पत्नी के साथ उसी टपरिया में मृतक के साथ रहता था। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि मृतक उसकी पत्नी पर बुरी नजर रखता था और इस बात को लेकर जन्माष्टमी के पहले दोनों में विवाद भी हुआ था। जिसके बाद मृतक गुलाबचंद ने आरोपी वीरेंद्र की पिटाई भी की थी। वीरेंद्र अपने साथ हुई मारपीट का बदला लेने की फिराक में था। जिसके चलते उसने लाठी से पीट-पीटकर बुजुर्ग गार्ड की जान ले ली। 



    पुलिस ने इस अंधी हत्या के मामले में सबसे पहले साथ रहने वाले दंपती पर ही शक जाहिर किया था। पूछताछ में पति और पत्नी के बयान भी मेल नहीं खा रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने वीरेंद्र से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने हत्या करना कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है जहां से उसे जेल भेज दिया गया। 


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