Jabalpur. जबलपुर में चल रहे प्रदेश के सबसे बड़े फ्लाई ओवर के निर्माण में बाधा बन रहे धर्मस्थलों को बुधवार को प्रशासन हटाने की कार्रवाई की। अतिक्रमण की जद में आ रहे धर्मस्थलों को लेकर हाईकोर्ट में दायर याचिकाओं पर अदालत से मिले डायरेक्शन के बाद यह कार्रवाई शुरू हुई। इस दौरान पूरे क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस जवानों को सुरक्षा की दृष्टि से तैनात किया गया था। हल्के फुल्के विरोध के बीच कार्रवाई शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करा लिया गया।
मजार और मंदिर हटाए गए
फ्लाई ओवर निर्माण में बाधक बन रही आगा चौक स्थित हजरत आगा शाह की मजार और प्राचीन हरदौल मंदिर को हटा दिया गया। मजार के बाहरी हिस्से में स्थित मजार को ड्रिल मशीन की सहायता से हटाया गया। वहीं हरदौल मंदिर में पूजन-अर्चन के बाद मूर्तियों को एक घर में शिफ्ट कराया गया फिर कार्रवाई की गई।
15 मीटर तक निर्माण हटाया गया
अपर कलेक्टर नमः शिवाय अरजरिया ने कहा कि कार्रवाई हाईकोर्ट के दिशानिर्देश के अनुसार ही की जा रही है। फ्लाईओवर निर्माण के लिए सेंटर से 15 मीटर तक का निर्माण हटाया जा रहा है। एडीशनल एसपी गोपाल खांडेल के मुताबिक नियम अनुसार परिधि में आने वाले निर्माण को विस्थापित करने कार्रवाई की जा रही है और कोई विवाद नहीं है।
पक्षपात के लगाए आरोप
इधर इस कार्रवाई के खिलाफ न केवल हिंदुवादी संगठन बल्कि कांग्रेसी नेता भी मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का विरोध किया। आरोप लगाया गया कि कोर्ट के नाम पर प्रशासन मनमानी पर उतारू है। कांग्रेस नेता दिनेश यादव की आपत्ति थी कि कोर्ट के निर्देश का पूरी तरह पालन नहीं किया जा रहा है। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश के बाद विरोध करने वाले स्वतः शांत हो गए।