Katni. लोग किसी जमीन पर कब्जा करने क्या-क्या साजिश रच लेते हैं इसकी बानगी कटनी में सामने आए गए केस में देखने को मिली। पति-पत्नी पर आरोप है कि उन्होंने पहले तो भारत का संविधान लिखने वाले बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति को चोरी किया, फिर उस चोरी की मूर्ति को उस प्लॉट में रख दिया जिसे कब्जा करने का प्लान था। बाद में मूर्ति को खंडित करते हुए पति पत्नी ने इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जारी कर दिया। ताकि बाबा साहब अंबेडकर को मानने वाले समाज इसे लेकर विवाद खड़ा कर दें। इस साजिश का पर्दाफाश होने के बाद पुलिस ने आरोपी दंपती को गिरफ्तार कर लिया है।
प्लॉट मालिक की शिकायत पर कार्रवाई
कुठला थाना प्रभारी अरविंद कुमार जैन ने बताया कि महात्मा गांधी वार्ड के नंदन गौर ने यह शिकायत दी थी। कि लमतरा ओवर ब्रिज के पास स्थित उनके प्लाट में किसी राजेश पटेल ने बाबा साहेब अंबेडकर की एक प्रतिमा रखवा दी है। इस प्रतिमा को अज्ञात व्यक्ति ने चुरा लिया है। जिसके आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। जानकारी मिली कि सोशल मीडिया पर बाबा साहेब की मूर्ति खंडित किए जाने का वीडियो वायरल हो रहा है। मामले की तह तक जाने पर पता चला कि वह वीडियो राजेश पटेल ने ही पोस्ट किया था।
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अतिक्रमण हटाने का बदला लेने का था प्लान
पुलिस ने बताया कि इस मामले में जब राजेश पटेल और उसकी पत्नी को पूछताछ के लिए बुलाया गया और सख्ती से पूछताछ की गई तो मामला पूरी तरह से साफ हो गया। दरअसल इस घटना को वीडियो वायरल करते हुए इसमें प्लाट मालिक नंदन गौर और गोलू परोहा पर आरोप लगाए गए थे। सख्ती से पूछताछ किए जाने पर दंपती ने पूरी साजिश पर से पर्दा उठा दिया। उनके कब्जे से चोरी से हटाई गई प्रतिमा के अवशेष भी जब्त हुए हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी राजेश पटेल का उक्त प्लॉट पर कब्जा था, जिसे प्लॉट मालिक ने हटवा दिया था।
दलित समाज को भड़काने का था प्लान
पुलिस का कहना है कि आरोपी राजेश पटेल और उसकी पत्नी ने यह प्लान बनाया था कि वे अंबेडकर की मूर्ति को खंडित कर दुष्प्रचार फैला देंगे। जिससे दलित समाज के लोग आक्रोशित होकर प्लाट मालिक के खिलाफ मामले दर्ज कराएंगे। इसी उद्देश्य से मूर्ति को खंडित कर वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में फैलाया गया था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी दंपती को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है।