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Narsinghpur, Brijesh Sharma. नरसिंहपुर में धान की बंपर पैदावार के बाद शुरू हुई खरीदी के बीच किसान प्रशासन द्वारा कम कर दिए गए खरीदी केंद्रों के कारण किसान फजीहत झेल रहे हैं। यहां गाडरवारा तहसील में किसानों ने पचामा में खरीदी केंद्र की मांग को लेकर एसडीएम दफ्तर के सामने भर्ता बाटी बनाना शुरु कर दिया। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों से नोकझोंक और समझाइश के बाद किसानों ने अपना आंदोलन वापस भी ले लिया।
दरअसल मामला गाडरवारा तहसील का है जहां बीते कई दिनों से किसान पचामा में धान खरीदी केंद्र स्थापित करने की मांग कर रहे थे लेकिन जब मांग पूरी नहीं हुई तो किसानों ने विरोध प्रदर्शन का नया तरीका अपनाया। अपनी मांगों को लेकर एसडीएम कार्यालय के सामने भरता बाटी बनाने का प्रोग्राम बना लिया। गाडरवारा तहसील कार्यालय में बड़ी संख्या में किसान पहुंचे और एसडीएम कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों के इस प्रदर्शन को देख प्रशासन भी सचेत हो गया और एसडीएम सृष्टि देशमुख किसानों को समझाइश देने पहुंची जहां पर किसानों और एसडीएम सृष्टि देशमुख के बीच तीखी बहस हुई।
इस बार जिले में करीब 76000 हेक्टेयर में धान का रकबा रहा है परंतु खरीदी केंद्रों की संख्या घटाकर 49 कर दी गई है। एक खरीदी केंद्र ज्वार के लिए है, जहां किसान खरीदी केंद्र के लिए मांग कर रहे हैं, यहां पहले खरीदी केंद्र हुआ करता था। पचामा धान उत्पादक ग्रामीण इलाका है परंतु यहां खरीदी केंद्र बंद कर दिया गया। जब इस बारे में किसान नेता जगदीश पटेल से बात की तो जगदीश पटेल का कहना है कि प्रशासन अपनी मनमानी पर उतारू है और नेता और प्रशासनिक अधिकारी मिलकर पचामा में खरीदी केंद्र स्थापित नहीं होने दे रहे हैं।